Rajasthan: आचार संहिता का उल्लंघन कर फंसे महेश जोशी, निर्वाचन विभाग ने थमाया नोटिस

Notice to Minister Mahesh Joshi: गढ़ गणेश रोप-वे के शिलान्यास समारोह में जाना मंत्री महेश जोशी को महंगा पड़ सकता है। निर्वाचन विभाग ने जोशी को नोटिस थमा दिया है।
Rajasthan: आचार संहिता का उल्लंघन कर फंसे महेश जोशी, निर्वाचन विभाग ने थमाया नोटिस

Notice to Minister Mahesh Joshi: आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में जिला प्रशासन की ओर से कैबिनेट मंत्री और हवामहल से विधायक महेश जोशी को शुक्रवार को नोटिस थमा दिया गया। गढ़ गणेश मंदिर तक पहुंचने के लिए बनाए जा रहे रोप-वे के शिलान्यास समारोह में कैबिनेट मंत्री महेश जोशी पहुंचे थे और इसलिए हवा महल रिटर्निंग अधिकारी देविका तंवर ने उन्हें नोटिस जारी किया है।

हवामहल रिटर्निंग अधिकारी देविका तंवर ने कहा कि कैबिनेट मंत्री महेश जोशी को आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी माना गया है और नोटिस देकर उनसे जवाब मांगा गया है। नोटिस के जरिए महेश जोशी से प्रकाशित विज्ञापन और शिलान्यास कार्यक्रम के संबंध में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। नोटिस में कार्यक्रम आयोजक के जवाब का भी उल्लेख किया गया है।

इससे पूर्व निर्वाचन विभाग की ओर से महंत और रोप-वे बनाने वाली निजी कंपनी के मैनेजर को गुरुवार को नोटिस देकर जवाब मांगा गया था।

आयोजक ने किया विज्ञापन छपवाने से इनकार

उधर, आयोजक के अनुसार शिलान्यास कार्यक्रम में मंत्री महेश जोशी को बुलाया जरूर गया था, लेकिन अखबारों में प्रकाशित विज्ञापन उनकी ओर से नहीं दिया गया। ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि जब आयोजकों या रोप-वे निर्माता कंपनी ने अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित नहीं कराया तो फिर ये विज्ञापन किसने दिए और उस पर खर्च किसने किया?

ऐसे में यदि निर्वाचन विभाग को मंत्री महेश जोशी अपने जवाब से संतुष्ट नहीं कर पाए तो उन पर कार्रवाई निश्चित है। यह कार्रवाई किस तरह की होगी, यह तो अभी नहीं कहा जा सकता, लेकिन उन पर नियमानुसार कार्रवाई तो निश्चित है।

निर्वाचन विभाग ने माना आचार संहिता का उल्लंघन

नोटिस में निर्वाचन विभाग की ओर से कहा गया है कि आचार संहिता लगी होने के बावजूद भी मंत्री शिलान्यास कार्यक्रम में उपस्थित हुए। उन्हें बताया गया कि राज्य में विधानसभा 2023 के चुनाव की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता और धारा 144 सीआरपीसी के आदेश प्रभावी है।

मंत्री पद रहते हुए बतौर अतिथि कार्यक्रम में सम्मिलित होना आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में आता है। बता दें कि प्रदेश में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इसके लिए 9 अक्टूबर से आचार संहिता लग चुकी है।

यह कहना है महेश जोशी का

इस मामले में महेश जोशी ने कहा था कि यह सरकारी कार्यक्रम नहीं था एक निजी फर्म की ओर से शिलान्यास समारोह का आयोजन किया गया था और लोगों की इच्छा थी कि मैं इसका शिलान्यास करूं।

Related Stories

No stories found.
logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com