Rajasthan: राजस्थान में कोटा के सांगोद कस्बे में धार्मिक समारोह के दौरान फायरिंग करने का मामला सामने आया था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो हो रहा है। ऐसे में इस वीडियो पर स्थानीय लोग कार्रवाई की भी मांग कर रहे हैं।
कुछ लोगों ने इसे सोशल मीडिया पर डालकर कार्रवाई की मांग भी की थी। साथ ही जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। हालांकि पुलिस का कहना हैं कि उन्होंने वीडियो वायरल होने पर स्वतः ही यह मुकदमा दर्ज किया है और एक व्यक्ति इनमें आईडेंटिफाई है। जबकि अन्य को आईडेंटिफाई कर रहे हैं।
सांगोद थाने के एसएचओ बजरंग लाल का कहना हैं कि वीडियो में एक व्यक्ति ही साफ-साफ फायरिंग करता नजर आ रहा है। जबकि अन्य 2 दिन काफी दूर थे। ऐसे में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें एक व्यक्ति नामजद है और जबकि दो-तीन अन्य हैं। जिनके बारे में पड़ताल की जा रही है। साथ ही इन हथियारों के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है कि लाइसेंस बंदूक हैं या फिर अवैध हथियार है।
दूसरी तरफ मुस्लिम समाज के लोगों ने इसे अपनी परंपरा बताया है। वक्फ कमेटी तहसील सदर मिर्जा मुस्ताक अहमद का कहना हैं कि नमाज के बाद बरसों से ईदगाह में बंदूक के चलाने की परंपरा है। यह सभी लाइसेंसी बंदूक हैं और इन्हें हवाई फायर ही हम करते हैं। जिनमें बारूद भरा जाता है। यह किसी को डराने के लिए नहीं थी। यह धमाके की आवाज सुनकर महिलाओं को पता चलता है कि ईदगाह में नमाज अदा हो गई है। इसीलिए यह फायरिंग की जाती है।
ईद उल फितर के दिन 22 अप्रैल को नमाज के दौरान ईदगाह में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए थे। जहां पर कई अधिकारी और समाज के प्रबुद्ध जन भी पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने ईद की बधाई एक दूसरे को दी थी। इस दौरान जब मौजूद अतिथियों का इस्तकबाल हो रहा था। तभी कुछ बंदूकों से फायरिंग की गई। इनका वीडियो भी नमाज पढ़ने और ईद की खुशी मनाने पहुंचे लोगों ने बना लिया था। जिसके बाद इन वीडियो को उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया था।