Uproar in Jaipur Municipal Corporation Heritage Meeting: जयपुर नगर निगम हेरिटेज की तीन साल बाद बुधवार को हुई साधारण सभा की बैठक हंगामेदार रही। बैठक के दौरान कांग्रेस विधायक रफीक खान द्वारा राष्ट्रगान के दौरान स्पीकर का तार खींच लेने से भाजपा विधायक गोपाल शर्मा उखड़ गए। शर्मा ने खान की तरफ उंगली से इशारा करते हुए कहा कि जयपुर को पाकिस्तान नहीं बनने दूंगा।
खान ने भी भाजपा विधायक पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया। इस पर दोनों विधायक आमने-सामने हो गए। आरोप है कि पहले खान ने विधायक शर्मा को धक्का मारा, इसके बाद गोपाल शर्मा ने भी उन्हें धक्के मारते हुए सदन से बाहर धकेलने का प्रयास किया। इस दौरान दोनों दलों के पार्षद भी महापौर के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। हंगामा बढ़ता देख महापौर ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। इसके चलते तीन साल बाद हुई साधारण सभा हंगामे की भेंट चढ़ गई।
बैठक के दौरान माइक बंद करने के मामले को लेकर भी हंगामा हो गया। कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों ने वेल में आकर मेयर मुनेश गुर्जर के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। फिर हंगामे के बीच कांग्रेस और भाजपा पार्षद मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए साइन करवाने लगे। इसके कारण हंगामा बढ़ गया। पार्षद और अधिकारी एक दूसरे से भिड़ गए।
हंगामे के बीच मेयर ने भाजपा पार्षद धीरज शर्मा को बैठक से बाहर करने का आदेश दिया, लेकिन अन्य पार्षदों ने धीरज को बाहर नहीं जाने दिया। अधिकारी लगातार धीरज को बाहर करने की कोशिश में जुटे रहे। धीरज को पकड़ने के लिए अधिकारी कुर्सियों पर चढ़ गए। इस बीच भाजपा और कांग्रेस के विधायक भी साधारण सभा में पहुंच गए।
हवामहल विधायक बाबा बालमुकुंद आचार्य के पहुंचते ही बैठक में जय श्री राम के नारे लगने लगे। जय श्री राम के नारों से सदर गूंज उठा। इस दौरान बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि जयपुर में नगर निगम ने नरक निगम जैसा हाल कर रखा है। उन्होंने शहर में फैले कचरे का मुद्दा उठाया। उनका कहना था कि पूरी दुनिया जयपुर की फोटो खींचकर जाती है, उसमें जगह-जगह कचरे के ढेर भी शामिल हैं।
विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि संकट के समय कांग्रेस और बीजेपी सभी के पार्षद एक हैं। सदन हमेशा बहुमत से चलता है। विरोध कानून के जरिए होना चाहिए। हम मेयर को बहुमत के आधार से हटा सकते हैं, लेकिन किसी और की आलोचना से किसी को हटाया नहीं जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि जयपुर मर रहा है। शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
इस दौरान कांग्रेसी पार्षदों ने हंगामा शरू कर दिया, जिस पर महापौर ने राष्ट्रगान शुरू करने और फिर सभा स्थगित करने का आदेश दिया। आरोप है कि राष्ट्रगान शुरू होने के साथ ही कांग्रेस विधायक रफीक खान ने स्पीकर के तार खींच लिए, जिससे राष्ट्रगान की एक लाइन ही चल पाई। इससे विधायक गोपाल शर्मा भड़क गए और उन्होंने राष्ट्रगान का अपमान करने पर रफीक खान के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की। इस पर कांग्रेस के विधायक जोर-जोर से नारेबाजी करने लगे। यह देख महापौर ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।