Chief Minister Bhajan Lal visit to Barmer: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि मंदिर भारतीय संस्कृति और सभ्यता को बढ़ावा देने वाले आस्था के केन्द्र हैं। मंदिरों से सांस्कृतिक मूल्यों का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में मंदिरों से जुड़ी सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और पुनरुद्धार के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं। इस वर्ष के बजट (लेखानुदान) में गोविन्द देव जी, पूंछरी का लौठा, तेजाजी का मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों के सौन्दर्यीकरण के लिए 300 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने बुधवार (21 फरवरी) को बाड़मेर के गुढ़ामालानी में आलपुरा स्थित श्री आलमजी मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चालकना में चालकनेची माता मंदिर महासम्मेलन में संबोधित करते हुए कहा कि चालकनेची माता के पैनोरमा सहित विभिन्न पैनोरमा का निर्माण हमारी पिछली सरकार ने करवाया था। ऐसे पैनोरमा हमारी संस्कृति एवं विरासत को संजोए रखते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सीमावर्ती क्षेत्र के विकास के लिए कृतसंकल्पित है। तनोट माता मंदिर, भादरियाराय माता मंदिर एवं चालकनेची माता मंदिर को शामिल करते हुए धार्मिक पर्यटन सर्किट बनाया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चालकना गांव में 2.50 करोड़ रुपए की लागत से रात्रि विश्राम गृह के निर्माण की घोषणा की। इससे पहले शर्मा ने चालकनेची माता मंदिर में दर्शन किए एवं पैनोरमा का अनावरण भी किया।
शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने पिछले एक दशक में गरीब कल्याण को प्राथमिकता देते हुए हर घर बिजली, हर घर जल पहुंचाने के साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से आवास उपलब्ध करवाने सहित अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी गरीब कल्याण के अपने हर संकल्प को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी दिशा में पीएम किसान सम्मान निधि 2 हजार रुपए बढ़ाकर 8 हजार रुपए करना, गेहूं की खरीद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य में 125 रुपए प्रति क्विंटल का अतिरिक्त बोनस तथा सामाजिक सुरक्षा पेंशन 1 हजार 150 रुपए करना जैसे जनकल्याणकारी निर्णय राज्य सरकार द्वारा किए गए हैं।