Right to Health Bill Pass: जयपुर में आज फिर मंगलवार को राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर्स और पुलिस के बीच झड़प हो गई। झड़प के बाद पुलिस ने वाटर कैनन चलाकर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने की कोशिश की।
वहीं डॉक्टर्स विधानसभा की ओर जाने के लिए अड़े हुए हैं। डॉक्टरों का आरोप है कि सरकार ने उनकी शर्तों और सुझावों को बिल में शामिल नहीं किया है।
राइट टू हेल्थ बिल को लेकर सड़क से लेकर विधानसभा तक में हंगामा मचा हुआ है। मंगलवार को विधानसभा में बिल को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष में जमकर नोकझोंक हुई। लेकिन काफी हंगामे के बाद आखिरकार राइट टू हेल्थ बिल पास हो गया।
इससे पहले बिल पर बहस में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के बोलने पर संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने आपत्ति जताई। इसी मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस विधायकों के बीच नोकझोंक हुई। शांति धारीवाल ने तर्क दिया कि प्रवर समिति का मेंबर बहस में भाग नहीं ले सकता। राठौड़ प्रवर समिति के मेंबर हैं। इस मुद्दे पर बीजेपी विधायकों ने हंगामा किया।
स्वास्थ्य मंत्री परसादीलाल मीणा ने बिल पर बहस के जवाब के दौरान प्राइवेट अस्पतालों को निशाने पर लिया। मीणा ने कहा कि गरीब का इलाज नहीं करने पर कोई कितना भी बड़ा हो, हम कार्रवाई करेंगे। डॉक्टर सरकार को डराने की कोशिश ना करें। डॉक्टर आंदोलन करें। आंदोलन करने से कौन मना करता है। डॉक्टर्स को धर्म निभाना चाहिए। किसी का इलाज करना डॉक्टर का पहला धर्म होता है।
एक दिन पहले भी सोमवार को डॉक्टर्स पर लाठीचार्ज हुआ था, जिसमें कई डॉक्टर्स घायल हुए थे। कई प्रदर्शनकारियों के कपड़े तक फट गए थे। डॉक्टरों ने बिल के विरोध में रातभर जयपुर के स्टैच्यू सर्किल पर धरना दिया था। इनके सपोर्ट में अब सवाई मानसिंह अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स भी आ गए हैं।