Rajasthan: भगवा गमछा पहन नामांकन भरने पहुंचे पुष्पेंद्र भारद्वाज, लगाए "जय श्रीराम' के नारे

Jaipur News: कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पेंद्र भारद्वाज ने भगवा गमछा पहन नामांकन भरा और "जय श्रीराम' के नारे लगाए। इससे कांग्रेस का 'नकली हिंदुत्व वाला चेहरा' एकबार फिर सामने आया है?
Rajasthan: भगवा गमछा पहन नामांकन भरने पहुंचे पुष्पेंद्र भारद्वाज, लगाए "जय श्रीराम' के नारे
Updated on

Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई। नामांकन प्रक्रिया के दूसरे दिन मंगलवार को राज्य में 29 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 31 उम्मीदवारों ने 37 नामांकन पत्र दाखिल किए। नामांकन भरने वालों में बड़ा चेहरा कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट थे, जिन्होंने टोंक विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया।

वहीं सांगानेर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पेंद्र भारद्वाज ने नामांकन भरा। नामांकन भरने पहुंचे भारद्वाज ने गले में भगवा गमछा बांध रखा था। इतना ही नहीं नामांकन भरने के बाद बाहर आकर उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से "जय श्रीराम' के नारे भी लगवाए।

जेसीबी से नामांकन भरने पहुंचे भारद्वाज

कांग्रेस के सांगानेर क्षेत्र से उम्मीदवार पुष्पेंद्र भारद्वाज के नामांकन पत्र भरने के दौरान बड़ी संख्या में समर्थक पहुंचे। करीब 24 से ज्यादा गाड़ियां और दो जेसीबी लेकर पहुंचे कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी भी की। भारद्वाज ने दो नामांकन पत्र भरे हैं। वे अपनी पत्नी और पिता के साथ नामांकन भरने पहुंचे।

रोचक बात यह रही कि पुष्पेंद्र भारद्वाज जेसीबी पर खड़े होकर सिर और गले में भगवा गमछा बांधकर नामांकन के लिए पहुंचे। नामांकन भरने के बाद रिटर्निंग अधिकारी के ऑफिस से बाहर आकर उन्होंने कार्यकर्ताओं से जय श्रीराम के जयकारे भी लगवाए।

तो क्या कांग्रेस को भी भाया भगवा?

भगवा रंग को भाजपा का रंग मानकर हमेशा इस रंग से भागने वाली और भागवाधारियों की खिलाफत करने वाली कांग्रेस के प्रत्याशी पुष्पेंद्र भारद्वाज का भगवान गमछा लपेटा ताज्जुब से कम नहीं है। साथ ही भारद्वाज ने "जय श्रीराम' के नारे लगाने से यह ताज्जुब और अधिक हो जाता है।

चुनाव में पुष्पेंद्र भारद्वाज का यह सियासी चेहरा अपने आप में बहुत कुछ कहता है। सनातन को लेकर जारी बहस के बीच इसे हिंदू वोटरों को लुभाने का प्रयास भी कहा जा सकता है। या फिर इसे भारद्वाज का ब्राह्मण कार्ड भी कहा जा सकता है।

बहरहाल भगवा रंग और ने "जय श्रीराम' के नारों पर पार्टी का जो भी रुख रहा हो, पुष्पेंद्र भारद्वाज के इस कदम से सियासत में एक नई बहस जरूर शुरू हो सकती है।

logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com