Rahul Gandhi Controversial Statement on PM Modi: चुनाव आयोग ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को प्रधानमंत्री मोदी पर दिए गए विवादित बयान के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। चुनाव आयोग का यह नोटिस राहुल के ‘पनौती’ और ‘जेबकतरा’ वाले बयान के बाद आया है।
चुनाव आयोग के नोटिस में राहुल से उनके ₹14 लाख करोड़ की कर्जामाफी वाले बयान को लेकर भी जवाब माँगा गया है। राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा ने बुधवार को इस विषय में चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज करवाई थी।
बता दें राहुल गांधी ने भारत के ऑस्ट्रेलिया से फाइनल मैच हारने के बाद राजस्थान में एक चुनावी रैली के दौरान कहा था, “…कभी क्रिकेट मैच में चला जाएगा वो अलग बात है कि हरवा दिया… पनौती पीएम मतलब पनोती मोदी।” इसके अलावा प्रधानमंत्री को जेबकतरा बताने वाले बयान पर भी भाजपा ने शिकायत की।
गौरतलब है कि राहुल को ‘सारे मोदी चोर होते हैं‘ वाले बयान के मामले में पहले ही 2 वर्ष की सजा हो चुकी है।
राहुल गाँधी के जिस बयान पर बीजेपी को आपत्ति थी उसमें कहा गया था, “जेबकतरे होते हैं, जब दो जेब कतरे किसी की जेब काटना चाहते हैं, तो सबसे पहले क्या करते हैं? ध्यान हटाने का काम करते है। एक आपके सामने आता है और आपसे कोई ना कोई बातचीत करता है आपका ध्यान इधर-उधर ले जाता है पीछे से दूसरा आता है जेब काट लेता है।”
आगे उन्होंने कहा था, “भाइयों और बहनों नरेंद्र मोदी जी का काम आपके ध्यान को इधर-उधर करने का है और …का काम आपके जेब काटने का है दोनों आते हैं… एक टीवी पर आता है आपसे कहेगा हिंदू मुस्लिम…” राहुल गांधी ने यह सारे बयान राजस्थान के बाड़मेर में 22 नवम्बर, 2023 को आयोजित एक विधानसभा चुनाव की रैली में दिए थे। उन्होंने प्रधानमंत्री पर कुछ उद्योगपतियों का कर्जा माफ़ करने का आरोप भी लगाया था।
इन्हीं सब बयानों पर भाजपा ने आदर्श आचार संहिता और अन्य कानूनों का हवाला देते हुए राहुल गांधी के विरुद्ध कार्रवाई की माँग की है। भाजपा ने कहा है कि आदर्श आचार संहिता के अंतर्गत किसी भी व्यक्ति पर बिना तथ्यों के आरोप नहीं लगाए जाने चाहिए। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के इस बयान पर रोष जताया।
अब राहुल गांधी को इसका जवाब 25 नवम्बर, 2023 से पहले देना होगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने इस नोटिस पर कहा है कि हम अपने पास भेजे गए हर नोटिस का सामना करेंगे।