Vice President Attacks Congress on Ram Mandir Issue: अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से कांग्रेस के किनारा करने से सियासत गरमा गई है। एक कार्यक्रम में जयपुर आए उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने से नहीं चूके। उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि मुझे बहुत पीड़ा होती है जब कोई अज्ञानी, जो इतिहास से अनभिज्ञ है, वह हलफनामा दे देते हैं कि राम काल्पनिक हैं।
उन्होंने कहा कि राम और राम-राज्य का आदर्श भारत के संविधान में निहित है और संविधान के निर्माताओं ने इसको पराकाष्ठा पर रखा है। हमारे संविधान में बीस से ज्यादा चित्र हैं और उनमें मौलिक अधिकारों के ऊपर जो चित्र है उसमें राम-लक्ष्मण-सीता हैं। जो लोग भगवान राम का निरादर कर रहे हैं। विश्व इलेक्ट्रोपैथी दिवस के मौके पर शनिवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर ऑडिटोरियम में राष्ट्रीय सेमिनार को संबोधित करते हुए उप राष्ट्रपति ने यह बात कही।
उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि जो लोग समाज को बांटना चाहते हैं कि वह लोग समाज के दुश्मन नहीं, बल्कि खुद के भी दुश्मन हैं। उनका आचरण अमर्यादित ही नहीं, बल्कि घातक है। उन्होंने कहा कि "मेरा आपसे अनुरोध है कि ऐसे तत्वों को सबक सिखाने की दरकार नहीं है, क्योंकि वह अपने हैं। उनको जागरूक करने की दरकार है, उनको समझाने की दरकार है, सही रास्ते पर लाने की दरकार है। दरअसल, कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा मुहुर्त के निमंत्रण को स्वीकार नहीं किया है।
इधर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि भगवान श्रीराम देश दुनिया के करोड़ों लोगों की आस्था का केन्द्र है, लेकिन कांग्रेस को राम के नाम से तकलीफ क्यों है? पहले सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कहा राम पैदा नहीं हुए राम काल्पनिक है। सनातन को डेंगू, मलेरिया और एड्स कहकर गाली दी और अब 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का विरोध करना भी कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति ही है।