राजस्थान के जयुपर में मंत्री महेश जोशी पर आरोप लगाकर कर सुसाइड करने वाले रामप्रसाद का मामला बढ़ता जा रहा है। जैसा कि आपने पूर्व में वीडियो देखा चायवाले रामप्रसाद को मंत्री के दबाब के चलते आत्महत्या करना ही बेहतर लगा।
मंत्री जोशी का कहना है कि एफआईआर दर्ज करवाना सबका अधिकार है और वह जांच के लिए पूरी तरह तैयार है हालांकि उन्होंने इस्तीफा देने की कोई बात नहीं कही है।
रामप्रसाद की बेटियों ने रोते-बिलखते हुए गहलोत सरकार से मंत्री महेश जोशी को मंत्री पद से हटाने और जोशी को फांसी देने की मांग की है। बेटियों का कहना है कि रामप्रसाद ने आत्महत्या नहीं उनका मर्डर किया गया। आज हमारा कौन है?
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने इस मामले में बात करते हुए कहा कि मामला सीएम अशोक अशोक गहलोत के संज्ञान में है। हर पीड़ित की एफआईआर दर्ज की जाए, एक मंत्री के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है। मंत्री पर कार्रवाई के सवाल पर डोटासरा बोले अगर जांच में दोषी पाए जाते हैं तो गिरफ्तारी भी होगी।