RPSC Rishvat Kand: कुमार विश्वास की पत्नी पर FIR, कांग्रेस के पूर्व मंत्री समेत 4 को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी ACB

RPSC Rishvat Kand: एसीबी के डीजी हेमंत प्रियदर्शी ने मंजू शर्मा समेत आयोग सदस्यों को मौखिक रूप से क्लीन चिट दे दी है। उन्होंने कहा है कि ईओ परीक्षा में ओएमआर शीट बदलवाने के मामले में लोक सेवा आयोग का किसी भी स्तर का कोई व्यक्ति शामिल नहीं है।
घूस कांड में फंसी कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा (फोटो साभार: AajTak)
घूस कांड में फंसी कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा (फोटो साभार: AajTak)
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RPSC Rishvat Kand: मशहूर कवि और पूर्व AAP नेता कुमार विश्वास की पत्नी और राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य मंजू शर्मा के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने यह कार्रवाई अधिशासी अधिकारी (EO) परीक्षा में ओएमआर शीट बदलवाने के बदले घूस लेने के आरोप में की।

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित अधिशासी अधिकारी (ईओ) की भर्ती परीक्षा में घूस लेने के मामले में एसीबी ने कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा के अलावा आयोग की सदस्य संगीता शर्मा और संगीता आर्य के खिलाफ भी FIR दर्ज की है। इनमें से संगीता आर्य सीएम अशोक गहलोत के सलाहकार और पूर्व मुख्य सचिव निरंजन आर्य की पत्नी हैं।

इस मामले में पुलिस कांग्रेस नेता और पूर्व राज्य मंत्री गोपाल केसावत समेत अन्य लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

एसीबी डीजी ने दी क्वीन चिट!

इस मामले में राजस्थान एसीबी के कार्यवाहक डीजी हेमंत प्रियदर्शी ने कहा है कि एक शिकायतकर्ता को विश्वास में लेने के लिए एक बिचौलिए ने कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा का नाम लिया था।

यही नहीं एक बिचौलिए ने शिकायतकर्ता से यह भी कहा था कि कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे गोपाल केसावत लोक सेवा आयोग की सदस्य संगीता आर्य और मंजू शर्मा को जानते हैं। केसावत इन दोनों के जरिए लोगों को पास करा सकते हैं।

हालांकि एसीबी के डीजी हेमंत प्रियदर्शी ने मंजू शर्मा समेत राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्यों को मौखिक रूप से क्लीन चिट दे दी है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में लोक सेवा आयोग का किसी भी स्तर का कोई व्यक्ति शामिल नहीं है।

जानें क्या है मामला

एडवोकेट ह‍रदीप सिंह सुंदरिया अभ्यर्थी विकास व एक अन्य व्यक्ति ने 7 जुलाई 2023 को सीकर के एंटी करप्शन ब्यूरो में एक शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में कहा गया था कि अधिशासी अधिकारी यानि ईओ की भर्ती परीक्षा में विकास नामक अभ्यर्थी को मेरिट में लाने के लिए अनिल कुमार नामक बिचौलिए ने आरपीएससी सदस्‍य मंजू शर्मा व आरपीएससी चेयरमैन के नाम से 40 लाख रुपए की मांग की थी।

शिकायत में यह भी कहा गया था कि बिचौलिए के साथ रिजल्ट आने से पहले 25 लाख रुपए और बाद में 15 लाख रुपए देने का सौदा हुआ था। अनिल ने ओएमआर शीट देखकर यह भी कहा था कि अभ्यर्थी के 62 प्रश्न सही और 20 गलत हैं। इसके बाद एसीबी ने बिचौलियों और कांग्रेस नेता गोपाल केसावत को दलालों संग रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।

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