राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कांग्रेस हाईकमान को चेतावनी दी है। बताया जा रहा है कि पायलट ने कहा है कि राजस्थान में जल्द से जल्द मुख्यमंत्री बदल दिया जाए, नहीं तो पंजाब जैसे हालात हो जाएंगे। बता दें कि अभी राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार चल रही है। वहीं सचिन के अब इस तरह के बयान से एक बार फिर राजस्थान की राजनीति में भूचाल आ आने की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं।
एनडीटीवी के सूत्रों की मानें तो सचिन पायलट ने पहले ही सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी। अंदरखाने से खबर आ रही है कि बैठक में पायलट ने हाइकमान से साफ कह दिया था कि यदि कांग्रेस को राजस्थान में कम बैक करना है तो मुख्यमंत्री के बदलने पर विचार करना होगा। पायलट ने आगे कहा कि यह काम आलाकमान को तुरंत करा जाना चाहिए। नहीं तो राजस्थान में भी पंजाब जैसे हालात बन सकते हैं।
बहरहाल एनडीटीवी के सूत्रों को सत्य माना जाए तो अप्रत्यक्ष रूप से पायलट ने राजस्थान में चुनाव से पहले कांग्रेस आलाकमान को अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। बता दें कि मई में ही कांग्रेस का चिंतन शिविर उदयपुर में शुरू होने वाला है। ऐसे में ये भी संभावना जताई जा रही है कि इस चिंतन शिविर में कांग्रेस में बड़े बदलाव के साथ राजस्थान की कांग्रेस की ईकाई में भी बड़े बदलाव किए जाने पर बातचीत की जा सकती है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में सीएम बदलने की चर्चाओं को अफवाह बताते हुए ध्यान न देने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि अफवाहें चलती रहती हैं...। आपको उन पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है...। अफवाह यह है कि सरकार बदल रही है..., मुख्यमंत्री बदलेंगे..। निश्चिंत रहना...। मैं वह व्यक्ति हूं..., जब सोनिया गांधी ने मुझे 1998 में मुख्यमंत्री बनने पर तीन बार मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया..., तब से मैंने उन्हें अधिकृत कर रखा है... कि वे मुझे कभी भी हटा सकती हैं... क्योंकि मेरा इस्तीफा तो परमानेंट सोनियाजी के पास है...। ये बात गहलोत ने शनिवार को जयपुर में राजस्व सेवा परिषद के सम्मेलन के दौरान कही। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।