
कुलदीप चौधरी -
बूंदी में स्थित FCI के गोदाम में बरसात का पानी भरने से गोदाम में रखें 1.63 लाख क्विंटल गेहूं के खराब होने की आशंका बढ़ती जा रही है। पिछले दिनों हुई बारिश के कारण गोदाम के अंदर तक पानी भर गया है और दीवारों पर सीलन आना शुरू हो गया है। अगर जल्द पानी की निकासी नहीं की तो सीलन और नमी के कारण गोदाम में रखें अनाज में बदबू आने लग जाएगी और अनाज खराब हो जायेगा।
FCI प्रबंधक का कहना है की उन्होंने पानी की निकासी को लेकर जिला प्रशासन और नगर परिषद को कई पत्र लिख चुके है या तक की व्यक्तिगत भी बता चुके लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया।
वहीं नगर परिषद् आयुक्त महावीर सिसोदिया का कहना है कि FCI गोदाम के पास नाले पानी की ढलान विपरीत दिशा में है। पानी निकलने के लिए JCB भेजी थी लेकिन कोई विवाद होने की वजह से काम नहीं हो पाया। अब दोबारा से नाले की सफाई कराई जाएगी।
FCI गोदाम में करीब तीन लाख कट्टे रखें हुए हैं। पानी कि निकासी नहीं होने से दो तीन दिन से समस्या बढ़ गई हैं, अगर समय रहते पानी कीनिकासी नहीं हुई तो गेहूं में मॉइस्चर और सड़न की समस्या से भरी नुकसान हो जायेगा
शिवजी राम जाट
FCI गोदाम से जिले के 426 राशन की दुकानों पर 70 हजार क्विंटल गेहूं पहुँचता है जो कि 1 लाख 92 हजार 765 परिवारों का पेट भरता है। FCI के इस गोदाम में 3 लाख 20 हजार गेहूं के कट्टे हैं जो 1 लाख 63 हजार क्विंटल गेहूं है।
अगर 2200 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से भी जोड़ें तो 35 करोड़ 86 लाख रुपये का गेहूं सड़ने की कगार पर है। अगर इसी तरह की लापरवाही होती रही तो इन गरीबों को भुखमरी का सामना करना पड़ेगा।