पेयजल संकट दूर करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध: जल संसाधन मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय

श्रीगंगानगर में जल संसाधन मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय गंग नहर स्काडा नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन किया। बता दें कि इस सिस्टम से नहर के जलस्तर की ऑनलाइन जानकारी मिल सकेगी। जिससे नहर में पानी कम ज्यादा होने का पता चल जाएगा।
पेयजल संकट दूर करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध: जल संसाधन मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय

श्रीगंगानगर में जल संसाधन एवं इंदिरा गांधी नहर परियोजना विभाग मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय ने गुरुवार को जल संसाधन कार्यालय में राष्ट्रीय हाइड्रोलॉजी परियोजना के अंतर्गत गंग नहर स्काडा नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन किया। इस शुरुआत को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए मंत्री ने कहा कि पेयजल और नहरी पानी की समस्याओं को दूर करने के लिए राजस्थान सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

प्रयास है अंतिम छोर तक पहुंचे पानी – जल संसाधन मंत्री

कार्यक्रम में मंत्री मालवीय ने कहा कि आईजीएनपी में रिलाइनिंग होने के बाद पेयजल और किसानों की नहरी पानी की समस्या दूर हो जाएगी। साथ ही मंत्री ने अधिकारियों को नहरी पानी की समस्याओं को निष्पक्ष तरीके से दूर करने के लिए निर्देश देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नहरी तंत्र में सुधार के लिए 750 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। उनका प्रयास रहेगा कि अंतिम छोर तक पानी पहुंचे। वहीं मंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा कि पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए राजस्थान सरकार लगातार पंजाब सरकार के संपर्क में बनी हुई है।

200 करोड़ रूपए के लिए गंगानगर विधायक ने मुख्यमंत्री का जताया आभार

वहीं श्रीकरणपुर विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर ने कहा कि गंग नहर और आईजीएनपी की टेल को पूरी तरह से फीड किया जाए ताकि अंतिम छोर तक पानी पहुंच सके। गंगानगर विधायक राजकुमार गौड़ ने भी स्काडा सिस्टम की शुरूआत को गंग नहर के किसानों के लिए उपयोगी बताया और कहा कि इसके जरिए नहरी पानी के वितरण की समस्या दूर होगी। फिरोजपुर फीडर की मरम्मत के लिए 200 करोड रुपए देने पर उन्होंने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि किसानहित गहलोत सरकार की प्राथमिकता में है।

पानी का वितरण सुनिश्चित किया जाए – पूर्व सांसद

कार्यक्रम में पूर्व सांसद शंकर पन्नू ने कहा कि प्राथमिकता से नहर की टेल तक पानी उपलब्ध करवाया जाए ताकि अंतिम छोर पर बैठे किसानों को फसल के लिए पानी मिल सके। उन्होंने कहा कि किसानों की सिंचाई की तीसरी बारी खाली ना जाए, इसके लिए उपलब्ध नहरी पानी का प्रभावी वितरण सुनिश्चित किया जाए।

स्काडा से मिलेगी नहर के जलस्तर की जानकारी

इससे पूर्व जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता धीरज चावला ने बताया कि गंग नहर और इससे जुड़ी वितरिकाओं में पानी की मात्रा जानने के लिए सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एग्जीक्यूशन सिस्टम (स्काडा) लगाया गया है। इससे नहरों में पानी कम-ज्यादा होने की जानकारी भी मिल जाएगी। अभी तक हैडों पर मैनुअल तरीके से पानी मापने की व्यवस्था थी, लेकिन स्काडा से यह काम ऑनलाइन हो जाएगा।

कार्यक्रम में जिला कलक्टर श्रीमती रुक्मणि रियार सिहाग, एसपी आनंद शर्मा, पूर्व विधायक दौलत राज, केश कला बोर्ड के अध्यक्ष महेंद्र गहलोत, कृष्ण गोदारा, अमरजीत सिंह मेहरड़ा, पूर्व पार्षद प्रेम नायक सहित अन्य मौजूद रहे

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