RGF ANALYSIS REPORT : भारत को फंडिंग कर कमजोर करना चाहता था चीन?

देश के दो बड़े राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ तो बात राजीव गांधी के फाउंडेशन तक पहुंच गई
RGF ANALYSIS REPORT : भारत को फंडिंग कर कमजोर करना चाहता था चीन?

पॉलिटिकल डेस्क न्यूज – हाल ही भारत-चीन विवाद पर कांग्रेस पार्टी के सवाल पूछे जाने से तिलमिलाई भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर मजबूती से पलटवार किया है। सत्तारूढ़ पार्टी ने कहा है कि चीन ने राजीव गांधी फ़ाउंडेशन को 2005-2006 के दौरान चंदा दिया।

बता दें कि राजीव गांधी फ़ाउंडेशन की अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए 21 जून 1991 को कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस फाउंडेशन की शुरुआत की थी। इसके बोर्ड सदस्य मनमोहन सिंह, पी. चिंदबरम और प्रियंका गांधी हैं।

भारत और चीन विवाद को लेकर देश के दो बड़े राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ तो बात राजीव गांधी के फाउंडेशन तक पहुंच गई, वैसे भी कहते हैं न… कि बात जब निकलेगी तो दूर तलक जाएगी। अब  यहीं से यह मामला इस फाउंडेशन तक पहुंच गया।

दरअसल बीजेपी ने कांग्रेस पर राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर निशाना साधा था जिसमें कई सवाल भी खड़े हुए।

–  फ़ाउंडेशन  की सालाना रिपोर्ट 2005-2006 में कहा गया है कि इसे चीनी दूतावास से चंदा मिला है। और इस चंदे को  सामान्य दानदाताओं की श्रेणी में रखा है।

वहीं भारत स्थित चीनी दूतावास राजीव गांधी फाउंडेशन को फंडिंग करता रहा है और यह फंडिंग 2005, 2006, 2007 और 2008 के बीच लगातार जारी रही। आपको बता दे की एक रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि कांग्रेस चीन (CCP) के साथ वित्तीय संबंध भी रखती है।

रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2006 में चीनी दूतावास ने 10 लाख रुपये राजीव गांधी फाउंडेशन में दिए थे और  People's Republic of China के दूतावास से फंडिंग की गई थी। CCP ने वर्ष 2006-2007 में, राजीव गांधी फाउंडेशन को 90 लाख रुपये का दान भी दिया गया।

अध्यक्ष जेपी नड्डा पर पी. चिदंबरम ने निशाना साधा

कांग्रेस के दौरान 2005 में राजीव गांधी फाउंडेशन (RGF) को प्रधानमंत्री राहत कोष से 20 लाख रुपये के हस्तांतरण में अनियमितता के आरोपों के बाद कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पर निशाना साधा है। पी. चिदंबरम ने पूछा: "मान लीजिए कि राजीव गांधी फांउडेशन 20 लाख रुपये लौटाता है, तो क्या पीएम मोदी देश को भरोसा दिलाएंगे कि चीन अतिक्रमण हटाएगा और यथास्थिति बहाल करेगा?

कुछ साल पहले भी हुआ विवाद

आतंकियों से रिश्ते होने के आरोपी जाकिर नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ने 2011 में राजीव गांधी फाउंडेशन को 50 लाख रुपए दिए थे। हालाकि, कांग्रेस ने बाद में रकम लौटा दी थी। भाजपा ने तब कहा था कि रकम लौटाकर लोगों को बेवकूफ बनाया गया है। भाजपा नेता आरपी सिंह ने कहा था कि नाइक के खिलाफ जांच चल रही है।

राजीव गांधी फ़ाउंडेशन को 2005-2006 के दौरान चंदा दिया

– इस फण्ड को लेकर उपजे सबसे बड़े सवाल ?

– क्या किया पैसे का?'

– यूपीए सरकार ने इस चंदे को कहीं भी सरकारी काग़ज़ात में नहीं दिखाया है?

– क्या यह सच नहीं है कि यह चंदा लेने के बाद राजीव गांधी फ़ाउंडेशन ने चीन के साथ मुक्त व्यापार संगठन का समर्थन किया था, जो पूरी तरह चीन के पक्ष में झुका हुआ था?'

भारत-चीन वर्तमान स्थिति

भारत को पाकिस्तान की सीमा से पश्चिमी सीमा तक घेरने के लिए जोरदार प्रयास शुरू कर दिए हैं। पाकिस्तान के माध्यम से चीन की इस घेराबंदी में, china पाकिस्तान कॉरिडोर के माध्यम से पश्चिमी सीमा के पास सड़कों का जाल बिछा रहा है और जैसलमेर से लगी सीमा के सामने तेल उत्खनन कार्य में अपने विशेषज्ञों को लगा रखा है। इसके अलावा, पश्चिमी सीमा के सामने कई नए हवाई अड्डे सामने आ रहे हैं, जिनमें कदांवाली भी शामिल है।

चीन पाकिस्तान के साथ जैसलमेर बीकानेर आदि के साथ पश्चिमी सीमा पर अपनी रणनीतिक स्थिति को मजबूत करने के लिए भी काम कर रहा

चीन न केवल पाकिस्तान को टैंक, हवाई जहाज और राडार आदि प्रदान कर रहा है, अब वह पाकिस्तान के साथ जैसलमेर बीकानेर आदि के साथ पश्चिमी सीमा पर अपनी रणनीतिक स्थिति को मजबूत करने के लिए भी काम कर रहा है। पिछले कुछ महीनों में, चीन ने पाकिस्तान की जमीन पर हवाई अड्डों का जाल बिछाना शुरू कर दिया है। इसके कारण, तेल गैस वैज्ञानिकों को ले जाने का नाम दिया जा रहा है, लेकिन युद्ध के समय में इसके पीछे एक सुनियोजित साजिश मानी जाती है। हाल ही में, चीन ने बाड़मेर में मुनाबाव के सामने और जैसलमेर के शाहगढ़ बल्ज के सामने सीमा पार कदांवाली क्षेत्र में नए हवाई अड्डे बनाए हैं।

चीन ने भारत से लगती पाकिस्तान सीमा में तीस हजार करोड़ से ज्यादा निवेश किया

इसके अलावा, गुजरात के सामने सीमा पर मीठी में एक नए हवाई अड्डे का निर्माण किया जा रहा है और चीन पाकिस्तान कॉरिडोर के नाम पर कई रेल लाइनों और सड़कों को बिछाने के लिए पश्चिमी सीमा पर प्रयास किए जा रहे हैं। कहा जाता है कि चीन ने भारत से लगती पाकिस्तान सीमा में तीस हजार करोड़ से ज्यादा निवेश कर रखा है चीन ने अपनी कंपनियों को पनपाने और सुरक्षा देने के लिए पाकिस्तान के अंदर अपना इलाक़ा बनाया है, जहां पाकिस्तानी भी बिना पूछे नहीं जा सकते है।

Like and Follow us on :

Related Stories

No stories found.
logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com