आरबीआई ने अपनी सालाना रिपोर्ट में बताया है कि वार्निश पेंट होने के कारण नया नोट न तो फटेगा और न ही पानी में गलेगा। लिहाजा इस नोट को ज्यादा संभालकर रखने की जरूरत नहीं होगी। दरअसल, रिजर्व बैंक को हर साल लाखों-करोड़ रुपए के गंदे या कटे-फटे नोट रीप्लेस करने पड़ते हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए दुनिया के कई देश प्लास्टिक नोटों का इस्तेमाल करते हैं। अब भारतीय रिजर्व बैंक ने भी इसे आजमाने का फैसला लिया है।
सालाना रिपोर्ट में 100 के नए नोट के अलावा भी आरबीआई ने कई अहम जानकारियां दी हैं। इसमें बताया गया है कि देश में पिछले साल की तुलना में इस साल नकली नोटों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। 10 के जाली नोट 20.2 फीसदी, 20 के जाली नोट 87.2 फीसदी और 50 के 57.3 फीसदी जाली नोट पकड़े गए हैं। 500 और 2,000 के नकली नोट भी पकड़े गए हैं। बल्कि नोटबंदी के बाद जारी किए गए 500 रुपए के जाली नोटों में 21.10 फीसदी और 2,000 के जाली नोटों में 21.9 फीसदी की तेजी देखी गई है। वहीं 100 के जाली नोटों में पहले से गिरावट आई है, जो कि अब घटकर केवल 7.5 फीसदी ही रही। ऐसा इसलिए हो सकता है, क्योंकि 100 के नए नोट हाल में जारी किए गए हैं।
इस नोट की डिजाइन भी खास होगी, ताकि दृष्टिबाधित लोग भी इसे आसानी से पहचान सकें। इसके अलावा नोटों की क्वालिटी बेहतर करने के लिए आरबीआई ने मुंबई में बैंकनोट क्वालिटी एस्योरेंस लेबोरेटरी की स्थापना भी की है।