
Devmali Dham: श्री देवनारायण भगवान की जन्म स्थली मालासेरी डूंगरी धार्मिक मान्यताओं से पूरे देश में प्रसिद्ध है। ये स्थल एक बार फिर PM नरेंद्र मोदी के आगमन की वजह से सुर्खियों में है। लेकिन क्या आपने सतयुग का अहसास दिलाने वाले देवनारायण भगवान की कर्मस्थली देवमाली के बारे में सुना है?
राजस्थान के अजमेर जिले में अपने अनोखे अंदाज के लिए फेमस एक गांव हैं देवमाली। इस गांव में लावड़ा गोत्र के गुर्जर समाज के लोग रहते हैं। यहाँ पहाड़ी पर गुर्जर समाज के आराध्य देव भगवान देवनारायण का मंदिर बना हुआ है। जहां दूर-दूर से लोग दर्शन करने आते हैं।
यहाँ की अनोखी बात ये हैं कि आज 21वीं सदी में भी सभी सुख सुविधाओं के बावजूद भी लोग कच्चे घरों में रहते हैं। यहां ना कोई शराब पीता है ना ही कोई मांस खाता है। यहां सब शाकाहारी है।
300 परिवारों वाले इस गांव में किसी भी व्यक्ति के पैसा एक इंच भी जमीन नहीं है सारी जमीन देवनारायण दरबार के नाम पर है। यहां बिजली चले जाने पर लोग केरोसिन के बजाय तिल्ली के तेल से दीपक जला कर उजाला करते हैं।
कच्चे मकान में रहना
शुद्ध शाकाहारी रहना
शराब का सेवन नहीं करना
केरोसिन का इस्तेमाल नहीं करना
ऐसा माना जाता है कि जब देवनारायण भगवान इस गांव में आये तो ग्रामीणों की सेवा भाव से बहुत खुश हुए। उन्होंने ग्रामीणों से वरदान मांगने को कहा तो गांव वालों ने कुछ नहीं मांगा। लेकिन देवनारायण जाते-जाते कह गए कि सुकून से रहना है तो पक्की छत का मकान मत बनाना। यहां के लोगों की देवनारायण भगवान में गहरी आस्था है इसलिए आज भी गांव वाले इस बात का पालन कर रहें हैं।
हैरानी की बात ये है कि पूरे गांव में कोई भी अपने घर में ताला नहीं लगता है। इस गांव में कोई चोरी नहीं करता है। लोगों का कहना है कि एक बार यहां पर कुछ लोगों ने मंदिर में चोरी की कोशिश की लेकिन भगवान के कोप से उन्हें चोरी करने के बाद बाहर निकलने का रास्ता ही नहीं मिला था।