लेखक - सुनिधि शुक्ला
होली का नाम सुनते ही हम सबके मन में एक ही शब्द आता हैं - रंग । होली खुशियों और रंगो का त्यौहार हैं। होली एक ऐसा त्यौहार हैं जहाँ दुश्मन भी एक दूसरे को प्रेम से गले लगाते हैं। हमारा भारत देश विविधताओं का देश हैं। यहाँ होली का त्यौहार अलग - अलग जगह अलग - अलग तरह से मनाया जाता हैं। होली की जब भी बात होती है तो एक शब्द जेहन में आता है कि बुरा ना मानो होली है। मतलब ये कि होली के दिन किसी को भी बुरा नहीं मानना है। हमारे देश में हर चार कोस पर पानी और बोली बदल जाती है तो भला होली एक जैसी कैसे हो सकती है। तो आइए आप भी शामिल हो जाइए हमारी होली की टोली में, और कीजिए सैर देश की उन जगहों की जहां होली का अंदाज भी निराला है और मिजाज भी :
कोरोना के बाद ये पहला मौका है जब सब लोग बिना किसी रोक टोक के होली मनाने जा रहे हैं। उत्साह और उल्लास का ये त्यौंहार फीके पड़े बाजारों को अपने रंगों में रंग देगा। हम उम्मीद करते हैं बारुद के ढ़ेर पर बैठे संसार को ये त्यौंहार अपने मतभेद भुलाकर साथ चलने का पैगाम देगा,और रूस युक्रेन संकट से सहमी हुई दुनिया को एक नए उल्लास से भर देगा। टीम सिन्स इंडेपेंडेंस की तरफ से सभी को होली की शुभकामनाएं।