Hit on Sanatan: आजकल धार्मिक स्थलों पर रील्स बनाने या धर्म का मजाक उड़ाने का ट्रेंड खूब चल रहा है। ऐसे कई मामलों में तो मर्यादाओं की सीमा तक लांघी जा रही है। इससे लोगों की धार्मिक भावनाओं को या यह कह लो कि सनातन धर्म को किस हद तक आहत कर किया है इसका अंदाज़ा उनको होगा जिन्हें सोशल मीडिया का यह ढोंग प्रभावित नहीं करता। इन पर रोक की कई बार मांगें उठती रही है।
वर्तमान समय में लोग अपने आप को मनोरंजित करते करते अपनी हदें भूल जाते हैं और सोशल मीडिया से प्रभावित कुछ लोग इस सबको सही और “Its Their Choice” कहकर आगे बढ़ जाते हैं पर क्या ये सब सही है? चलिए आगे ऐसे मामलों को थोड़ा गहराई से जानते हैं।
अभी हाल में ही एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें पीली साड़ी पहने युवती अपने प्रेमी को प्रेम का इज़हार करते दिख रही है। इस वीडियो में सब सही है बस गलत है तो जगह “ केदारनाथ धाम “ जिसने भक्तों की भावनाओं को एक गहरी चोट पहुंचाई है।
सूत्रों के मुताबिक़ यह महिला एक व्लॉगर बताई जा रही है। जनता ने इस वीडियो पर अपना खुलकर विरोध जताया है और कहा है कि कुछ व्यूज के चक्कर में लोग धार्मिक स्थलों का अपमान कर रहे हैं।
कुछ ने अपनी राय देते हुए यह भी कहा है कि सभी प्रमुख मंदिरों और तीर्थस्थलों पर स्मार्टफोन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए । इससे वहां पर दिखावे के लिए जाने वाले लोगों की भीड़ भी कम होगी और हमारे देवी देवताओं का अपमान भी नहीं होगा।
अब तक हमने लोगों को एफ्फेल टावर (Eiffel Tower) के सामने प्रपोजल वीडियो बनाते देखा होगा लेकिन केदारनाथ धाम जो कि चार धामों में से एक है, जहां लोग अपनी पूरी मनोकामनाएं अपनी हिंदी संस्कृति से जुड़ा एक सपना पूरा करने जाता है वहां भी लोग अगर पश्चिमी संस्कृति लेकर आ रहे हैं तो क्या यह सब हमारा विदेशियों के प्रभाव का नतीजा है या फिर उन गलतियों का जो हमने ऐसी वारदातों को हलके में या नज़रअंदाज़ करके की।
सरयू नदी जो कि उत्तर प्रदेश में अयोध्या के निकट बहने वाली भारत की प्राचीन नदियों में से एक है, जिसे लोग एक धार्मिक स्थल की नज़रों से देखते हैं, वहां पर एक ऐसी अश्लील घटना घटित हुई जिसे देख भक्तों के होश उड़ गए।
सरयू नदी में लड़की के बोल्ड डांस को लेकर लोगों का गुस्सा सामने आया था। लड़की ने फिल्मी गाने ‘पानी में आग लगानी है, इस दिल पर चोट…’ पर डांस करते हुए रील बनाई थी ।
यह वीडियो के वायरल होने पर सोशल मीडिया पर तहलका मच गया था । लोगों ने लड़की पर धार्मिक स्थल पर अश्लीलता फैलाने का आरोप लगाते हुए प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दीं थी।
आपको बता दें कि इससे पहले भी सरयू नदी पर एक ऐसा ही बवाल सामने आया था जिसमे पति अपनी पत्नी को नदी में नहाते वक़्त किस करते हुए दिखा था जिसके कारण वहां आसपास मौजूद लोगों ने उसकी जमकर पिटाई की थी l
ऐसा ही एक किस्सा पंजाब में भी सामने आया था जहाँ पुलिस ने गोल्डन टेम्पल के अंदर टिकटॉक वीडियो में पंजाबी गाने पर डांस करने के आरोप में सर्वजीत सिंह और मनदीप सिंह को गिरफ्तार किया था। दोनों गोल्डन टेम्पल परिसर में वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे।
इन युवको के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295 के तहत मामला दर्ज किया गया था। आपको बता दें कि आईपीसी की धारा 295 के तहत किसी भी वर्ग के धर्म का अपमान करने के इरादे से पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाना या उसे अपवित्र करना शामिल है।
कुछ महीने पहले एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर परिसर में शूट की गई दो इंस्टाग्राम रील्स ने मध्य प्रदेश में हंगामा मचा दिया था ।
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उन इंस्टाग्राम कंटेंट क्रिएटर्स की आलोचना की, जो मंदिरों की पृष्ठभूमि में बॉलीवुड गानों का उपयोग करके अपने वीडियो रिकॉर्ड करते हैं। यह मामला भी वीडियो वायरल होने के बाद सामने आया था। रील्स में एक महिला को गर्भगृह में शिवलिंग पर चढ़ावा चढ़ाते हुए दिखाया गया था और पृष्ठभूमि में एक बॉलीवुड गाना बज रहा था।
ऐसे केस दिन ब दिन कम होने की बजाय बढ़ते नज़र आ रहे हैं सोशल मीडिया का कहर हमारे धार्मिक स्थलों को गन्दा कर रहा है और यह बात हमारे युवाओं को समझाना बहुत मुश्किल है।
हम भारतीय जीवन और रहन-सहन में बहुत सी बेकार चीजों से ग्रस्त हैं जो न केवल हमारा बहुत सारा समय बर्बाद करते हैं, साथ ही जिसके कारण हम अपनी भारतीय संस्कृति की आलोचना भी कर देते हैं।