डेस्क न्यूज़ – पब्लिक सेफ्टी एक्ट यानी जन सुरक्षा कानून के तहत नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती पर मामला दर्ज किए जाने को लेकर सियासत गरमा गई है। दोनों नेताओं पर दर्ज मामले को लेकर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के बाद अब अधीर रंजन चौधरी ने भी मोदी सरकार पर हमला बोला है और उनकी मंशा पर सवाल खड़े किए हैं। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कश्मीर फिजिकली (भौगोलिक तौर पर) हमारे साथ हैं, मगर भावनात्मक तौर पर नहीं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी न कहा, ' प्रधानमंत्री ने कल संसद में उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को लेकर बोला और उनके खिलाफ रात में पब्लिक सेफ्टी कानून के तहत मामला दर्ज हो गया। आप इस तरह से कश्मीर पर शासन नहीं कर सकते। कश्मीर फिजिकली हमारे साथ है, मगर भावनात्मक रूप से हमारे साथ नहीं।'
दरअसल, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की छह महीने की 'एहतियातन हिरासत' पूरी होने से महज कुछ घंटे पहले गुरुवार (छह फरवरी) को उनके खिलाफ जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया। इससे पहले दिन में नेशनल कॉन्फ्रेंस के महासचिव और पूर्व मंत्री अली मोहम्मद सागर और पीडीपी के वरिष्ठ नेता सरताज मदनी पर भी पीएसए लगाया गया।