तालिबान रविवार को काबुल पहुंचने के बाद अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने की पूरी तैयारी कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान के लड़ाकों ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन पर भी अपना कब्जा जमा लिया है। तालिबान के काबुल पहुंचने के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और वह देश छोड़कर तजाकिस्तान चले गए हैं।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान ने सत्ता साझा करने का ऑफर ठुकरा दिया है और राष्ट्रपति गनी को बाहर का रास्ता दिखाया है। वहीं, अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति (वीपी) अमरुल्ला सालेह ने कहा कि वो अपने देश को छोड़कर कहीं बाहर नहीं जाएंगे।
अशरफ गनी के देश छोड़ने के बाद अफगानिस्तान में अब अंतरिम सरकार का गठन किया जा रहा है।
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस अंतरिम सरकार का चीफ अली अहमद जलाली को बनाया जा रहा है। जलाली अफगानिस्तान के लिए जर्मनी के पूर्व राजदूत रह चुके हैं।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जा करते ही भारतीय राजनयिकों को वापस बुलाया जा रहा है। काबुल से एक एयर इंडिया की एक फ्लाइट दिल्ली लैंड भी कर चुकी है। उस फ्लाइट के जरिए 120 यात्री भारत वापस आए हैं। इसके साथ ही कनाडा समेत कई देशों ने अफगानिस्तान में अपने दूतावास को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। वहीं, अमेरिका ने अपने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है।
कई घंटों से काबुल के बाहरी इलाके में डेरा डाले बैठे तालिबान ने इसके कुछ ही समय बाद घोषणा की कि वे शहर के और अंदर प्रवेश करेंगे। अमेरिकी दूतावास से कर्मियों को निकालने के लिए हेलीकॉप्टर दिन भर आसमान में उड़ान भरते दिखे। वहीं परिसर के पास धुआं उठते भी देखा गया क्योंकि कर्मचारी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को नष्ट कर रहे थे। पश्चिमी देशों के कई अन्य देशों के दूतावास भी अपने लोगों को बाहर निकालने के लिए तैयारी में हैं।
तालिबान के प्रवक्ता ने स्थानीय टोलो न्यूज से कहा है कि उसके लड़ाके काबुल में घुसेंगे। वो काबुल में जारी बवाल को शांत करेंगे, अराजकता को रोकेंगे और लूटपाट की घटनाओं पर लगाम लगा देंगे। इतना सबकुछ करने की तैयारी कर रहा तालिबान ये भी कह रहा है कि पुलिस और आम लोगों को इस कार्रवाई से डरने की जरूरत नहीं है।
अफगानिस्तान में तालिबान हर बीतते दिन के साथ और मजबूत होता जा रहा है। तालिबान के लड़ाके कई बड़े शहरों को अपने कब्जे में ले चुके हैं। इसके अलावा, सरकार के कई अधिकारियों को भी तालिबान ने अपने कब्जे में लिया है। अफगान के कंधार, गजनी, हेरात, हेरात आदि पर अब पूरी तरह से तालिबान की पकड़ हो गई है।