भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने संयुक्त अरब अमीरात में टी-20 विश्व कप आयोजित करने का फैसला किया है। इस फैसले से बोर्ड ने मास्टर स्ट्रोक खेला है। दरअसल विश्व कप के क्वालीफायर मैच ओमान में होंगे। जबकि मेन इवेंट यूएई में होगा। ऐसे में बोर्ड को अब 10-12 दिन पहले आईसीसी को पिच सौंपने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
साथ ही अब आईपीएल के दूसरे चरण का यूएई में सफलतापूर्वक आयोजन किया जाएगा। बोर्ड ने अपनी कई समस्याओं को भी दूर किया है। हालांकि बीसीसीआई और आईसीसी ने विश्व कप को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। इससे बीसीसीआई के आईपीएल फेज-2 के सफल आयोजन का रास्ता भी खुल गया है।
बोर्ड अब आईपीएल फेज-2 के बचे हुए 31 मैच बिना किसी परेशानी के करवा सकेगा। फेज-2 सितंबर 19 से 10 अक्टूबर तक खेला जा सकता है। जबकि टी20 वर्ल्ड कप का मेन लीग 25-26 अक्टूबर के आसपास शुरू होगा। ICC को तैयारी के लिए करीब 15 दिन का समय मिलेगा।
योजना के मुताबिक टी20 वर्ल्ड कप का पहला राउंड 8 टीमों के बीच दो ग्रुप में खेला जाएगा, इसमें 12 मैच होंगे। इन 4 टीमों में से (दोनों ग्रुप की टॉप-2 टीमें) सुपर-12 के लिए क्वालीफाई करेंगी। ये 8 टीमें बांग्लादेश, श्रीलंका, आयरलैंड, नीदरलैंड, स्कॉटलैंड, नामीबिया, ओमान और पापुआ न्यू गिनी हैं। इन दोनों ग्रुप के मैच यूएई और ओमान में हो सकते हैं।
सुपर-12 राउंड 24 अक्टूबर से शुरू होने की संभावना है। इस राउंड में 2 ग्रुप में 12 टीमें होंगी, जो कुल 30 मैच खेलेंगी। ये सभी मैच तीन जगहों दुबई, अबू धाबी और शारजाह में खेले जा सकते हैं। 12 टीमों में से 4 पहले दौर की क्वालीफायर होंगी और बाकी आईसीसी विश्व रैंकिंग में शीर्ष-8 टीमें होंगी। इसके बाद तीन प्लेऑफ मैच खेले जाएंगे, जिसमें दो सेमीफाइनल और एक फाइनल होगा।
बीसीसीआई का मास्टर स्ट्रोक यह है कि विदेशी खिलाड़ियों ने लीग के दूसरे चरण में खेलने से इनकार कर दिया। विश्व कप और आईपीएल का कार्यक्रम आसपास होने के कारण खिलाड़ी अधिक कार्यभार के कारण लीग नहीं खेलना चाहते थे। लेकिन अब दोनों स्पर्धाएं एक ही देश में और सही समय पर होने से विदेशी खिलाड़ी भी लीग में शामिल हो सकेंगे। साथ ही इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे बोर्ड अब अपने खिलाड़ियों को अनुमति दे सकते हैं।
योजना के मुताबिक टी20 विश्व कप के 12 क्वालीफायर मैच 17 अक्टूबर से ओमान में होंगे। वहीं, मुख्य चरण अक्टूबर के चौथे सप्ताह से यूएई में शुरू होगा। ऐसे में पर्याप्त समय में पिच आईसीसी को सौंप दी जाएगी।