क्रिकेटर मोहम्मद शमी पर बीसीसीआई ने रखा अपना पक्ष…

अदालत ने मोहम्मद शमी को 15 दिन के भीतर सरेंडर करने का निर्देश दिया है।
क्रिकेटर मोहम्मद शमी पर बीसीसीआई ने रखा अपना पक्ष…
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न्यूज –  भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और उनके भाई मोहम्म्द हासिद के खिलाफ पश्चिम बंगाल के अलीपुर अदालत ने सोमवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। अदालत ने उन्हें 15 दिन के भीतर सरेंडर करने का निर्देश दिया है।

अलीपुर अदालत ने मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन की ओर से दायर घरेलू हिंसा के मामले में यह गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। फिलहाल मोहम्मद शमी भारतीय क्रिकेट टीम के साथ विंडीज दौरे पर हैं और वह भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा हैं।

पत्रिका पर छपी खबर के अनुसार, अदालत ने कोलकाता पुलिस को आदेश दिया है कि अगर मोहम्मद शमी और उनके भाई 15 दिन के भीतर आत्मसमर्पण नहीं करते तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाए।

2018 में मोहम्मद शमी पर उनकी पत्नी हसीन जहां ने मारपीट, रेप, हत्या की कोशिश और घरेलू हिंसा जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे। शमी से तलाक का केस भी चल रहा है। शमी पर दहेज उत्पीड़न और यौन उत्पीड़न का आरोप है तो वहीं उनके भाई पर यौन उत्पीड़न का आरोप है।

पिछले साल मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन ने अपने पति के वॉट्सअप का स्क्रीन शॉट शेयर कर उन पर बेवफाई का आरोप लगाया था। उनका दावा था कि मोहम्मद शमी के दूसरी लड़कियों से संबंध हैं और वह उनके साथ आपत्तिजनक चैट करते हैं। इतना ही नहीं, वह उनके साथ मारपीट भी करते हैं। वह कई साल से शमी का यह प्रताड़ना झेल रही हैं।

मोहम्मद शमी के गिरफ्तारी वारंट पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि वह मोहम्मद शमी पर तब तक कोई कार्रवाई नहीं करेंगे, जब तब कि वह चार्जशीट नहीं देख लेते। बीसीसीआई ने कहा कि जल्दबाजी में कोई कार्रवाई करना सही नहीं होगा। बता दें कि मोहम्मद शमी 3 सितम्बर के बाद भारत लौटेंगे।

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