कुशीनगर के रामकोला विधानसभा से भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी (भासपा) के विधायक रामानंद बौद्ध ने सूबे की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को घेरते हुए कहा कि इस सरकार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। वहीं, इस दौरान उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा के मुखिया अखिलेश यादव की जमकर तारीफ की।
उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को घेरते हुए कहा कि इस सरकार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है |साथ ही उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की बसपा और समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार के कानून व्यवस्था को बेहतर बताया | साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में होने वाले कानपुर के व्यवसायी की हत्या मामले को छोटी घटना बताते हुए गोरखपुर में ऐसी और इससे जघन्य अपराध मुख्यमंत्री के जनपद में उपस्थिति के दौरान होने की बात कही.वहीं, बीते 28 सितंबर को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के कुशीनगर में लिए गए 350 सीटों पर सरकार बनाने के संकल्प पर चुटकी लेते हुए उन्होंने दावा किया कि भाजपा अबकी 100 सीटों पर सिमट जाएगी | कुशीनगर जिले के रामकोला विधानसभा की सीमाएं काफी हद तक गोरखपुर जनपद से लगती है |
वहीं, रामकोला विधानसभा सीट पर भारतीय सुहेलदेव पार्टी से विधायक रामानंद बौद्ध ने गोरखपुर में हुए कानपुर के व्यवसायी की 2 दिन पहले पीट-पीटकर हत्या मामले पर कहा कि यहां कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और ये सरकार मानमानी कर रही है. यही कानून मायावती सरकार में इतना तगड़ा था कि जब वह देखती थी तो लगता था कि कानून का राज चल रहा है |
यही कानून व्यवस्था सपा सरकार में भी देखने को मिली |वहीं, गोरखपुर की घटना का जिक्र करने पर उन्होंने इस घटना को एक आम घटना करार दिया | साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी तमाम घटनाएं गोरखपुर की धरती पर होती हैं, जो मुख्यमंत्री के जनपद में मौजूद होने पर भी नहीं रुकती |
इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने सीएम योगी की तुलना तानाशाह हिटलर से कर दी | आगे उन्होंने कहा कि ये सरकार किसी की नहीं सुनती | यहां तक कि हम जनप्रतिनिधि हैं और कई बार जनता की समस्याओं को लेकर जब हम लखनऊ में निराकरण की मांग करते हैं तो हमें विभिन्न तरीकों से परेशान किया जाता है | ऐसे में आम लोगों की कल्पना आप स्वयं कर सकते हैं |
भासपा विधायक ने कहा कि भाजपा का नारा था कि नारियों के सम्मान में भाजपा मैदान में, पर आज बेटियों के साथ क्या हो रहा है |कोई अपनी बात न कह सके, इसके लिए पीड़ित की जीभ तक काट ली जा रही है | खैर, योगी और मोदी को न बहू से मतलब है न ही बेटी से, क्योंकि न तो इनके पास बेटी है और न ही बेटा ,दोनों मिलकर डमरु बजा रहे हैं और कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है | दरअसल, ये सरकार बिल्कुल जनता के भावनाओं के विपरीत है |