पंजाब के मुख्यमंत्री बनने जा रहे दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की पसंद हैं, जिन्होंने उन्हें पार्टी के कई मजबूत नेताओं पर प्राथमिकता दी है. कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी के भीतर आम तौर पर इस बात पर सहमति बनी थी कि अब तक की प्रथा के मुताबिक राज्य के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सिर्फ एक जाट सिख नेता को दी जानी चाहिए, लेकिन राहुल गांधी ने चन्नी के नाम पर मुहर लगा दी.
चन्नी को विधायक दल का नेता चुनने की पूरी कवायद से वाकिफ कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि राहुल गांधी हमेशा दलित और आदिवासी समुदायों के नेताओं को प्राथमिकता देते रहे हैं. यहां भी उन्होंने चन्नी के नाम पर मुहर लगाई और बड़ा संदेश दिया कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी दलित समुदाय के लोगों को सबसे बड़ी जिम्मेदारी देना चाहती है.
सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने शनिवार को ही चन्नी के नाम पर सैद्धांतिक सहमति दे दी थी, हालांकि इस संबंध में विधायकों की राय ली गई थी. राहुल गांधी और कांग्रेस के इस कदम के पीछे उत्तर भारत के उन राज्यों खासकर उत्तर प्रदेश को भी राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की गई है, जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. कांग्रेस के एक नेता ने कहा, 'आज तीन राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पंजाब में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारें हैं।
इनमें से दो राज्यों, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ओबीसी मुख्यमंत्री हैं, जबकि पंजाब में एक दलित मुख्यमंत्री होने जा रहा है। हम इस बात से इनकार नहीं करते कि इस कदम से राजनीतिक संदेश भी गया है।