डेस्क न्यूज़- पंजाब में 7-8 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन कांग्रेस के अंदर की अंदरूनी गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है, वहीं पूर्व मंत्री और विधायक नवजोत सिंह सिद्धू लगातार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं, वह पार्टी आलाकमान से बात करने के लिए मंगलवार को दिल्ली पहुंचे, लेकिन राहुल गांधी ने उनसे मिलने से साफ इनकार कर दिया, हालांकि महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उनसे मुलाकात की और उनकी बात सुनी।
सिद्धू ने बुधवार सुबह अपने ट्विटर पर एक फोटो पोस्ट की, जिसके साथ उन्होंने लिखा कि प्रियंका गांधी जी के साथ लंबी मुलाकात हुई, उनके जाने के बाद प्रियंका गांधी राहुल के घर पहुंची और उनसे मुलाकात की, इसके बाद वह पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने गईं, उम्मीद है कि इस मुलाकात के बाद सिद्धू थोड़ा शांत हो सकते हैं, क्योंकि चुनाव को लेकर आलाकमान कोई नया बवाल नहीं चाहता है।
दरअसल, सिद्धू राहुल से मिलने की उम्मीद में मंगलवार को पटियाला से नई दिल्ली आए थे, उन्हें लगा कि सीएम अमरिंदर के खिलाफ उनकी शिकायतें पार्टी आलाकमान सुनेगी, लेकिन उनकी उम्मीदें धराशायी हो गईं, बुधवार शाम राहुल 10 जनपथ पर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे, इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके और सिद्धू के बीच कोई मुलाकात फिक्स नहीं है।
2019 में सिद्धू ने कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया, इसके बाद से उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, हाल ही में जब पार्टी को नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश थी तो सिद्धू ने उन पर दावा पेश किया, लेकिन कप्तान ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया, साथ ही वह सिद्धू को कोई अहम पद देने के मूड में नहीं हैं, राहुल गांधी ने 25 जून को पंजाब के मंत्रियों ब्रह्म मोहिंद्रा, विजय इंदर सिंगला, बलबीर सिंह सिद्धू और राज्यसभा सदस्य शमशेर सिंह डुल्लो, विधायक लखवीर सिंह लाखा के साथ बैठक की थी, लेकिन अभी तक उन्होंने सिद्धू से मिलने का मन नहीं बनाया है।