अजमेर सेंट्रल जेल में हुए उत्कृष्ट कार्यों के लिए एएसपी नरेंद्र सिंह को डीजी डिस्क अवॉर्ड

अजमेर सेंट्रल जेल में हुए उत्कृष्ट कार्यों के लिए एएसपी नरेंद्र सिंह को डीजी डिस्क अवॉर्ड

एसपी राष्ट्रदीप ने किया भेंट, दी शुभकामनाएं

न्यूज – अजमेर सेंट्रल जेल में गत कुछ समय से हुए उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए डीजी डिस्क प्रदान की गई है। यह डिस्क जिला पुलिस कप्तान कुंवर राष्ट्रदीप ने जेल अधीक्षक एएसपी नरेंद्र सिंह को प्रदान की और शुभकामनाएं भी दी।

एएसपी नरेंद्र सिंह को जेल अधीक्षक का जिम्मा दिए जाने के बाद जेल में काफी हद तक सुधार हुआ जो सोच से परे है। कैदियों की ओर से होने वाली शिकायतें जहां थमी वहीं जेल से चल  रहे गोरखधंधों पर भी अंकुश लग सका। इससे यह स्पष्ट होता है कि यदि टीम लीडर सोच ले कि ईमानदारी से सब सुधारना है तो बदलाव अवश्य होते हैं। यह सब लिखा निवर्तमान जेल डीजी एनआरके रेड्डी ने।

रेड्डी शुक्रवार को सेवानिवृत्त हुए इससे कुछ दिन पहले ही अजमेर आए थे जहां उन्होंने विजिटर डायरी में अपनी प्रतिक्रिया के रूप में एएसपी नरेंद्र सिंह की भूरि भूरि प्रशंसा की साथ जेल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट को भी प्रशिक्षणार्थियों को यहां का दौरा करवाने की बात कही। एएसपी नरेंद्र सिंह के कार्यों से खुश होकर ही डीजी रेड्डी ने डीजी डिस्क से उन्हें नवाजा। सेवानिवृत्ति के दिन ही उन्होंने इन अवॉर्ड की घोषणा की और प्रदान किए। शनिवार को यह अवॉर्ड अजमेर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने एएसपी सिंह को प्रदान किया और उनकी पीठ थपथपाई। आपको बता दें कि जेल डीजी ने  कुल 35 अवार्ड की घोषणा की थी जिनमें आईजी, डीआईजी सहित अन्य भी शामिल हैं।

एएसपी नरेंद्र सिंह ईमानदार और दबंग अधिकारी हैं। यही कारण है कि वह कभी ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए परेशान नहीं होते। उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाती है उसका अच्छे से निर्वहन करते हैं। अक्सर यह देखा जाता है कि जेल में पुलिस अधिकारियों को पोस्टिंग मिलने पर वह इसे बदलवाने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगाते हैं और इसमें कामयाब भी हो जाते हैं लेकिन जब एएसपी नरेंद्र सिंह को हाई सिक्योरिटी जेल का चार्ज दिया गया तो उन्होंने इसे सहर्ष स्वीकार किया और वहां की व्यवस्थाओं में इतना सुधार किया जितना पूर्व में कभी नहीं रह पाया। बदमाश कैदियों को अपनी भाषा में ऐसा पाठ पढ़ाया कि वे भी चूं तक करने में सोचते थे। एक बार भूख हड़ताल जरूर हुई लेकिन वह भी जेल बदलवाने या फिर नियमित पेशी करवाने को लेकर हुई। इसके बाद सेंट्रल जेल में जब गोरखधंधे चलने की अधिकारियों को सूचना मिली तो एसीबी की कार्रवाई करवाई और उसका चार्ज नरेंद्र सिंह को दिया गया। दस माह के कार्यकाल में नरेंद्र सिंह ने जेल को ऐसा कर दिया कि डीजी रेड्डी तारीफ करते नहीं थके।

एएसपी नरेंद्र सिंह को करोना के दौरान जेल में मास्क बनवाने व  लाखों रुपए के मास्क बेचने के साथ ही प्रवासियों के लिए खाना पहुंचाने सहित अन्य कार्यों के लिए भी डीजी रेड्डी ने उन्हें कोरोना अवॉर्ड देने की घोषणा भी की थी जो जल्द ही उन्हें प्रदान किया जाएगा।

एएसपी नरेंद्र सिंह का फिर तबादला सीआईडी जोन प्रभारी के रूप में कर दिया गया है। सिंह पूर्व में काफी समय तक इस पद पर रह चुके हैं। पॉलिसी के कारण ही उनका तबादला किया गया था।

एएसपी नरेंद्र सिंह की पत्नी आरएएस अधिकारी मेघना चौधरी हैं जो कि उन्हीं की तरह ईमानदार और साफ छवि की है। यही कारण है कि 5 साल तक उन्हें राजस्थान बोर्ड के सचिव पद पर रखा गया। इस पद पर रहते हुए उन्होंने कई परीक्षाएं करवाई साथ ही आरटेट जैसे मामले में हाई कोर्ट के लगभग रोजाना चक्कर लगाकर हजारों अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिलवाई। आज भी वह अभ्यर्थी मेघना चौधरी की सराहना करते नहीं थकते। हाल ही में उनका तबादला किया गया है।

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