न्यूज़- go एयर' कंपनी के एक मु्स्लिम कर्मचारी ने हिंदूओं की आराध्य देवी सीता मां के लिए सोशल मीडिया पर अश्लील टिप्पणी की थी, जिसके बाद कंपनी ने सख्ती दिखाते हुए उसको बाहर का रास्ता दिखा दिया , बता दें कि लोगों ने 'गो एयर' से इस कर्मचारी के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की थी, जिसके बाद 'गो एयर' ने एक्शन लेते हुए कर्मचारी को टर्मिनेट कर दिया है।
दरअसल 'गो एयर ' में काम करने वाले ट्रेनी फर्स्ट ऑफिसर आसिफ खान ने ट्विटर पर सीता माता समेत हिंदू धर्म और संस्कृत भाषा को लेकर कुछ आपत्तिजनक बातें कही थीं, जिसको लेकर काफी हंगामा मच गया, सोशल मीडिया पर लोग इस कर्मचारी के साथ ही 'गो एयर' की भी आलोचना करने लगे थे और #BoycottGoAir हैशटेग कैम्पेन चला रहे थे, लोगों ने 'गो एयर ' से गुहार लगाई थी कि वो आसिफ खान के खिलाफ एक्शन ले, जिसके बाद कंपनी ने आसिफ खान को नौकरी से निकाल दिया।
हालांकि हंगामा मचने के बाद आसिफ खान ने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया था लेकिन लोग उसके ट्वीट के स्क्रीन शॉट को लेकर उस पर टिप्पणी कर रहे थे, आसिफ ने अपने ट्विटर खाते पर लिखी प्रोफाइल में कहा था कि वो राजनीति को पसंद करने वाला पॉलिटिकल साइंस का छात्र है जो कि सेक्यूलर है लेकिन अंधभक्त नहीं है और वो 'गो एयर' कंपनी में बतौर क्रू मेंबर के तौर पर काम करता है, फिलहाल नौकरी से निकाले जाने के बाद अभी तक आसिफ खान की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
'गो एयर' भारत की कम कीमत वाली विमान सेवा है। मई 2013 के शेयर गणना के अनुसार यह भारत की पांचवी सबसे बड़ी विमानन सेवा है, इस सेवा का प्रारंभ नंवबर 2005 से शुरू हुआ था, यह 21 शहरों में दिन भर की 100 और सप्ताह की 750 उड़ानों के जरिए घरेलू विमानन सेवा प्रदान करता है।
'गो एयर' इंडिया की स्थापना सन 2005 में हुई थी। इसकी स्थापना का श्रेय भारत के अग्र गण्य व्यापारी नसली वाडिया के बेटे जहांगीर वाडिया को जाता है। इस एयर लाइन्स पर वाडिया परिवार का पूरा स्वत्व है और जहांगीर वाडिया इस के मैनेजिंग डायरेक्टर भी हैं। 'गो एयर' का पहला ऑपरेशन नवम्बर 2005 में एयरबस ए 320 एयरक्राफ्ट के साथ प्रारंभ हुआ। अप्रैल 2012 में एयरलाइन अपने मार्केट शेयर्स के चलते हुए छठवें एवं अंतिम स्थान से बढ़ कर पांचवें स्थान पर पहुंच गई।