India tour of England : इस साल फरवरी-मार्च में भारत का दौरा करने वाली इंग्लैंड क्रिकेट टीम को अपनी रोटेशन नीति के कारण काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड ने भारत में खेली गई टेस्ट सीरीज में कई खिलाड़ियों को रोटेट किया था। लेकिन, अब इंग्लैंड के कप्तान जो रूट का मानना है कि रोटेशन का दौर खत्म हो गया है।
इंग्लैंड को अगस्त-सितंबर में भारत के खिलाफ और फिर दिसंबर-जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5-5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। रूट ने कहा- पहले हमने रोटेशन किया ताकि सभी खिलाड़ी इन मैचों के लिए फिट हो जाएं।
जो रूट ने कहा कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के दूसरे दौर की शुरुआत भारत के साथ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज से हो रही है।
इस बार फाइनल मैच टीवी पर देखने की बजाय वह खुद इसमें हिस्सा लेना चाहेंगे।
इसके लिए जरूरी है कि उनकी टीम अगली दो सीरीज (भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) में अच्छा प्रदर्शन करे। दूसरे डब्ल्यूटीसी में इंग्लैंड को कुल 21 मैच खेलने हैं। इसके करीब आधे मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में होंगे।
रूट ने कहा कि भारत के खिलाफ सीरीज में इंग्लैंड की कोशिश होगी कि अपनी सबसे मजबूत टीम उतारी जाए। हालांकि, यह खिलाड़ियों की फिटनेस पर भी निर्भर करेगा। रूट ने कहा कि भारतीय टीम काफी मजबूत है और उसके खिलाफ बेस्ट रिसोर्स को आजमाना होगा। रूट ने हालांकि यह नहीं बताया कि रोटेशन पॉलिसी खत्म करना उनकी अपनी इच्छा है या इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) से उन्हें इसके संकेत मिले हैं।
रूट को हाल फिलहाल इंग्लैंड की टी-20 टीम से बाहर रखा गया। रूट के कहा कि वे खेल के सबसे छोटे फॉर्मेट में वापसी करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे वर्ल्ड टी-20 के लिए इंग्लैंड की टीम का हिस्सा बनने के लिए बल्ले से अपनी योग्यता साबित करने की कोशिश करेंगे।