ओडिशा में तूफान यास के दौरान 750 से अधिक बच्चों का जन्म हुआ। इनके माता पिता अब बच्चों के नाम 'यास' रख रहे हैं। इनमें से कई बच्चे मंगलवार की रात भी पैदा हुए जब तूफान पूर्वी तट की ओर बढ़ रहा था। बालासोर की सोनाली मैती कहती हैं कि उन्हें अपने बेटे के लिए 'यास' से बेहतर नाम नहीं मिल रहा।चक्रवाती तूफान यास का नाम ओमान ने रखा था जो एक फारसी शब्द है जिसका अर्थ चमेली होता है
केंद्रपारा की सरस्वती बैरागी भी अपनी नवजात बिटिया का नाम यास रखना
चाहती हैं जिससे हर कोई उसके जन्म के समय को हमेशा याद रखे। उनके
लिए यह बेहद खुशी की बात होगी कि उनकी बेटी जिस दिन जन्मी उसे पूरी
दुनिया याद रखेगी।
अधिकारियों ने पाया कि प्रदेश के कई हिस्सों से इसी तरह की जानकारी मिल रही है जिसमें लोगों ने अपने बच्चों के नाम यास रखा है। चक्रवाती तूफान यास का नाम ओमान ने रखा था जो एक फारसी शब्द है जिसका अर्थ चमेली होता है।
राज्य सरकार के मुताबिक निचले तटीय इलाकों से 6500 गर्भवती महिलाओं को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया था। इनमें से जो गर्भावस्था के अंतिम दौर में थीं उन्हें मां गृह और स्थानीय अस्पतालों में शिफ्ट किया गया।
इसके अलावा कई ने शेल्टर होम में ही बच्चों को जन्म दिया। आंकड़ों के मुताबिक तूफान के दौरान बालासोर जिले में 165 बच्चे पैदा हुए जिसमें 79 लड़के और 86 बेटियां हैं। इसके बाद भद्रक में 60 बच्चे (37 बेटे व 22 बेटियां) पैदा हुए।