न्यूज – देश में कोरोना संकट की शुरुआत के बाद 22 मार्च से अब तक संक्रमण की स्थिति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री मोदी, राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चार बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक कर चुके हैं।
बैठक की खास बातें:-
1- सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, बैठक में मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा, 'हमें कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई के साथ अर्थव्यवस्था को भी समान रूप से अहमियत देने की जरूरत है.' उन्होंने इस महामारी की मौजूदा स्थिति से मुख्यमंत्रियों को अवगत कराते हुए राज्यों में चिह्नित किये गए संक्रमण प्रभावित इलाकों (हॉटस्पॉट जोन) में केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के पालन की अहमियत का उल्लेख किया।
2- बयान के अनुसार इस दौरान प्रधानमंत्री ने कोरोना संक्रमण रोकने की दिशा में लॉकडाउन को सार्थक उपाय बताते हुए कहा कि इसके सकारात्मक परिणाम मिले हैं और पिछले, लगभग डेढ़ महीने में लॉकडाउन के दौरान देश में हजारों लोगों के जीवन की रक्षा की जा सकी है।
3- पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान अब तक देश में भिन्न-भिन्न परिस्थितियों, किंतु विशिष्ट संदर्भ में दो बार लॉकडाउन लागू किया गया और अब आगे के रुख पर विचार करना है. उन्होंने विशेषज्ञों की राय का हवाला देते हुए कहा कि कोरोना वायरस का असर आने वाले कई महीनों तक दिखाई देता रहेगा. उल्लेखनीय है कि देश में पहले चरण में 21 दिन का लॉकडाउन 25 मार्च से 14 अप्रैल तक और दूसरे चरण में 19 दिन का लॉकडाउन 15 अप्रैल से तीन मई तक के लिए घोषित किया गया था।
4- बयान के मुताबिक, बैठक में मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिए राज्यों के प्रयास, संक्रमण से प्रभावित रेड जोन इलाकों को कम प्रभाव वाले ऑरेंज जोन में और फिर संक्रमण मुक्त ग्रीन जोन में तब्दील करने पर केन्द्रित होने चाहिए।
5- पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि कोविड-19 का जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव आने वाले महीनों में दिखेगा. उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए इस्तेमाल हो रहे मास्क और चेहरा ढंकने वाला गमछा आदि अब जीवन का हिस्सा बन जाएंगे. बयान के अनुसार बैठक में प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्रियों ने आर्थिक चुनौतियों से निपटते हुए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।