PM मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 41 कोयला खदानों की डिजिटल नीलामी शुरू की।
इस नीलामी से अगले पांच से सात वर्षों में 33,000 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश होने की संभावना है और लगभग दो लाख 80,000 लोगों का प्रत्यक्ष या प्रत्यक्ष रोजगार है। भारतीय उद्योग परिसंघ का आयोजन संयुक्त रूप से किया जा रहा है। श्री मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने की उनकी योजना के तहत व्यावसायिक उपयोग के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इन कोयला खानों की नीलामी की प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत की।
उन्होंने कहा कि इन खानों की नीलामी से देश का विदेशी पूंजी निवेश और आर्थिक विकास बढ़ेगा। यह विभिन्न नेटवर्क द्वारा लाइव प्रसारित किया गया था। इस अवसर पर उपस्थित थे डॉ। संगीता रेडी अनिल अग्रवाल, फिक्की के अध्यक्ष, वेदांत समूह, टाटा संस के अध्यक्ष और टाटा संस के अध्यक्ष एन। चंद्रशेखरन। इस आयोजन के वेबकास्ट ने भी लाइव किया
कोरोना संकट के कारण लॉकडाउन के बाद प्रवासी मजदूरों की हालत खराब हो गई है। अब केंद्र सरकार प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए एक अभियान शुरू करने जा रही है। अभियान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के अवसरों को बढ़ाना भी होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून को 'गरीब कल्याण रोज़गार अभियान' शुरू करने जा रहे हैं। यह अभियान 6 राज्यों के 116 जिलों में मिशन मोड में चलाया जाएगा, जो 125 दिनों तक चलेगा।
इस अभियान से संबंधित जानकारी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दी। सरकार will गरीब कल्याण रोज़गार अभियान 'के तहत इन सभी योजनाओं को एक साथ लाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हम सभी योजनाओं को 125 दिनों के भीतर संतृप्ति स्तर तक ले जाएंगे। वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि 116 जिलों में उन सभी लोगों को काम की जरूरत है जिन्हें गरीब कल्याण रोज़गार अभियान के तहत काम दिया जाएगा। इस योजना के लिए संभावित व्यय 50 हजार करोड़ रुपये अनुमानित है।
Like and Follow us on :