पंजाब की सियासत में इस बार धमाका होने को है. क्योकी पंजाब में CAPTAIN AMRINDER SINGH अमरिंदर सिंह नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं. पिछले एक महीने से कैप्टन होमवर्क कर रहे हैं। इसी के चलते उन्होने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई हैं. इसके बाद पंजाब कांग्रेस में हलचल तेज होनी शुरु हो चुकी हैं. CAPTAIN AMRINDER SINGH की प्रेस कॉन्फ्रेंस की सूचना के बाद कांग्रेस ने अपने विधायकों से बातचीत करनी शुरु कर दी है साथ ही उनकी हर एक हरकत पर नज़र रखी जा रही है. क्योकी चर्चा है की कई कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भी आयोजित होने वाली कॉन्फ्रेंस में दिखाई दे सकते है.
खासकर चरणजीत चन्नी के CM बनने के बाद मंत्री पद से दूर किए गए विधायकों पर सबकी निगाहें है. इनमें राणा गुरमीत सोढ़ी, गुरप्रीत कांगड़, साधु सिंह धर्मसोत, शाम सुंदर अरोड़ा और बलबीर सिद्धू शामिल हैं। सियासी हलको में चर्चा यह भी है कि कांग्रेस के करीब 15 विधायक CAPTAIN AMRINDER SINGH के संपर्क में हैं। जहां कांग्रेस के 15 विधायक अमरिंदर संपर्क मे है तो वही दूसरी और कैप्टन के भरोसेमंद भी कांग्रेस के समपर्क में है और कैप्टन से दूरी बना चुकै है।
पंजाब में भले ही कैप्टन की नई शुरुवात हो रही हो लेकिन इस शुरुवात में वो करीबी उनके साथ नहीं है जिन्होने कैप्टन को कैप्टन बनाया. इनमें सबसे बड़ा नाम कैप्टन संदीप संधू का है, जो अमरिंदर के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके सलाहकार रहे. सरकार में उन्हें अमरिंदर का सबसे करीबी और सबसे ताकतवर माना जाता था. पंजाब में सीएम पर छोड़ने के बाद उन्होने अपना सलाहकार का पद भी छोड़ दिया. सियासी गलियारों में चर्चा हैं की उन्हे कांग्रेस में उन्हे स्वीकार नहीं किया जाएगा. वही दूसरी अचानक वह डिप्टी सीएम रंधावा के साथ दिखे. दूसरी और ढिल्लो भी कैप्टन के करीबी माने जाते हैं. वे भी नई सरकार के साथ चले गए हैं।
कैप्टन अमरिंदर से जुड़ा मुद्दा उनकी पाकिस्तानी की मित्र अरूसा आलम का है, जिस पर कांग्रेस की सरका ने ही सियासत शुरू की हैं. लेकिन कैप्टन ने सोनिया गांधी समेत कई दिग्गज हस्तियों के साथ फोटो जारी कर करारा जवाब दिया हैं. दूसरा मामला किसान आंदोलन का है, जिस पर अमरिंदर की नई पार्टी चारो ओर चक्कर लगा रही है. अमरिदर ने किसानों के कानून पर फैसले के बाद भारतीय जनता पार्टी से गठजोड़ की बात की है. ऐसे में उनके द्वारा दी गई प्रतिक्रिया बेहद अहम होगी. वही पंजाब में सर्वदलीय बैठक में चन्नी सरकार ने बीएसएश के अधिकारों को बढ़ाने के खिलाफ प्रस्ताव पास किया हैं. जिस पर कैप्टन से सवाल होंगे. जिस पर उनकी प्रतिक्रिया अहम होगी.
कांग्रेस छोड़ने की बात हो तो आपको बता दे की कैप्टन पहले ही कांग्रेस छोड़ने की बात कह चुके हैं. दिल्ली दौरे के बाद ही उन्होने कहा था की वह कांग्रेस छोड़ रहे हैं. अमरिंदर ने यहां तक कहा था की वह सिद्धू को अगर कांग्रेस निकाल देती हैं. तब भी कांग्रेस के दरवाजे उनके लिए बंद हो चुके है और वह बीजेपी में शामिल नहीं होंगे लेकिन उनके साथ गठबंधन जरुर कर सकते है. पार्टी बनाने को लेकर उन्होने कहा की वह अपनी अलग फौज बनाएंगे.
कैप्टन अमरिंदर सिंह को कांग्रेस ने पंजाब चुनाव से तकरीबन 6 महीने पहले हटा दिया। तब कैप्टन ने कहा कि उन्हें अपमानित किया गया। फिर बाद में पंजाब कांग्रेस के नए प्रधान बनाए गए नवजोत सिद्धू और कांग्रेस आलाकमान पर भी काटाक्ष किया था. इसके बाद अमरिंदर ने केंद्र में जाकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और NSA अजीत डोभाल के साथ मुलाकात की।