
राजस्थान में करौली हिंसा के बाद ब्यूरोक्रेसी में बड़ा फेरबदल किया गया है। 69 आईएएस के तबादले किए गए है। तबादलों में वो अधिकारी सामने है जिनका किसी ना किसी कारणवश नाम सुर्खियों में बना रहा है। एक नजर हम इन नामों पर डाले तो करौली कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत को हटाकर उन्हें अब विभागीय जांच आयुक्त लगा दिया है। गौरतलब है की करौली हिंसा के समय राजेंद्र सिंह, करोली के कलेक्टर रहे और इनका नाम भी उस समय सुर्खियों में रहा। इनकी जगह अब अंकित कुमार सिंह को करौली कलेक्टर के पद पर लगाया है। तीन संभागीय आयुक्त और पांच जिलों के कलेक्टर बदले गए हैं। अक्सर सुर्खियों में रहने वाली आईएएस टीना डाबी के मंगेतर और आईएएस प्रदीप गवांडे भी ट्रांसफर करके सचिवालय लगाया गया है।
करौली के अलावा बांसवाड़ा, अलवर, प्रतापगढ़ और जालोर के कलेक्टर बदले गए हैंं। जयपुर, जोधपुर और भरतपुर के संभागीय आयुक्त भी बदल गए हैंं। विवादों में घिरे अफसरों को बदल दिया हैं। अलवर कलेक्टर रहते विवादों में रहे नन्नूमल पहाड़िया का तबादला कर दिया है। विकास सीतारामजी भाले अब जयपुर, जितेंद्र कुमार जोधपुर और सावंरमल वर्मा को भरतपुर का संभागीय आयुक्त लगाया है। प्रकाश चंद शर्मा को बांसवाड़ा, अंकित कुमार सिंह को करौली, नकाते शिव प्रसाद को अलवर, सौरभ स्वामी को प्रतापगढ़ और निशांत जैन को अलवर कलेक्टर के पद पर लगाया है।