राजस्थान में कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली होने के बाद राजनीती अब गरमाने लगी है वही बीजेपी भी कांग्रेस को आड़े हाथो लेने में पीछे नहीं हटी है। केन्द्र से लेकर राजस्थान तक राहुल गाँधी के बयान हिन्दू और हिंदुत्व पर विवाद खड़ा होगया है। वही सोशल मीडिया पर भी घमासान छाया हुआ है। राहुल गाँधी के एक और बयान छाती पर छुरा घोंपना इस पर काफी मीम्स बन रहे है और सोशल मीडिया यूजर इसे अलग - अलग तरह से अपनी वाल पर शेयर कर रहे है।
राहुल गाँधी ने जब रैली के दौरान कहा की हिंदू और हिंदुत्ववादी शब्द एक नहीं है, ये दो अलग-अलग शब्द है और इनका मतलब भी अलग है। मैं हिंदू हूं मगर हिंदुत्ववादी नहीं हूं। महात्मा गांधी हिंदू और गोडसे हिंदुत्ववादी है। चाहे कुछ भी हो जाए हिंदू सत्य को ढूंढता है।
महात्मा गांधी ने पूरी जिंदगी सच को ढूंढने बीता दी और अंत में एक हिंदुत्ववादी ने उनकी छाती में तीन गोली मारी। हिंदुत्ववादी अपनी पूरी जिंदगी सत्ता को खोजने में लगा देता है उसको सत्य से कुछ लेना देना नहीं है उसे सिर्फ सत्ता चाहिए और उसके लिए वो कुछ भी कर देगा।
ये देश हिंदूओं का देश है हिंदुत्ववादियों का नहीं है और आज इस देश में महंगाई, दर्द, दुख है तो ये काम हिंदुत्ववादियों ने किया है। हिंदुत्ववादियों को किसी भी हालत में सत्ता चाहिए।
बीजेपी के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर सवाल उठाए हैं। ओवैसी ने ट्वीट कर की प्रतिक्रिया दी है। ओवैसी सहित कई नेताओं के बयानों के बाद रविवार देर रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सफाई देने के अंदाज में ट्वीट किया।
ओवैसी ने राहुल गांधी के बयान के बाद ट्वीट में लिखा- राहुल और कांग्रेस हिंदुत्व के लिए ग्राउंड तैयार कर रहे हैं। अब वे बहुसंख्यक वाद की फसल काटना चाहते हैं। 2021 में हिंदुओं को सत्ता में लाने का सेक्युलर एजेंडा है, वाह। भारत सब भारतीयों का है। अकेले हिंदुओं का नहीं है। भारत सभी मत-मतांतरों को मानने वालों और नहीं मानने वालों का भी देश है।
देर रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हिंदू वाले बयान पर सफाई के टोन में ट्वीट किया। गहलोत ने लिखा- सत्य, अहिंसा, प्यार, भाईचारा और सहिष्णुता को मानने वाला व्यक्ति हिंदू है। हिंदू किसी से नफरत नहीं करते और सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। हिन्दुत्ववादी हिंसा, असहिष्णुता और घृणा फैलाने में भरोसा रखते हैं। हिंदू और हिन्दुत्ववादी में वही अंतर है, जो गांधीजी और गोडसे में था। हिंदू सत्य, अहिंसा और सद्भाव में विश्वास रखता है
गहलोत ने आगे लिखा- असल मायने में हिंदू सत्य,अहिंसा और सद्भाव में विश्वास रखता है। कट्टरता और चरमवाद किसी भी धर्म में स्वीकार्य नहीं है। राहुल गांधी की सोच है कि हिन्दू धर्म के मूल स्वरूप को बिगाड़कर हिन्दुत्ववाद के नाम पर BJP-RSS द्वारा की जा रही नफरत और हिंसा की राजनीति का देशहित में अंत होना चाहिए।
और इस सोशल मीडिया वॉर के बाद आने वाले विधान सभा चुनाव में हिन्दू और मुस्लिम एक बड़ा मुद्दा उभरकर सामने आने वाला है। और मुस्लिम समुदाय के भी वोट कटने के आसार यहाँ पर नजर आ रहे है। गौरतलब है की बीजेपी पार्टी का राम मंदिर मुददा रहा है तो वही कल जो रैली हुई उसमे कांग्रेस का हिंदुत्व कार्ड देखा गया है।