राजस्थान में गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के बाद सियासत गरमा गयी है। गौरतलब है की शाह के दौरे के बाद से ही बयान - बाजी का दौर जारी है पहले मुख़्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए निशाना साधा और अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने गहलोत को इसका जवाब दिया है पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले अपने गिरेबान में झांकें कि कांग्रेस ने केंद्र की सत्ता में रहते हुए देश में अनुच्छेद 356 का 90 बार से अधिक दुरूपयोग कर राज्य सरकारों को षड्यंत्र कर गिराया, जो लोकतंत्र पर काला धब्बा हैl
सतीश पूनिया ने व्यंग्य कस्ते हुए कहा की अशोक गहलोत भाजपा पर सरकार गिराने का झूठा आरोप लगाते हैं जबकि हकीकत यह है कि कांग्रेस सरकार के अंदर अंतरकलह और उनके अंदर ही गुट की राजनीति चलती हुई दिखाई देती है और विग्रह इतने बड़े स्तर पर है कि आए दिन इनके नेताओं के एक दूसरे के खिलाफ बयान आते हैं, इनके विधायक और मंत्री अशोक गहलोत की कार्यशैली से नाखुश हैं, और संपूर्ण किसान कर्जमाफी और लंबित भर्तियां इत्यादि जनहित के मुद्दों के कारण पूरे प्रदेश की जनता में आक्रोश है, कांग्रेस सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का माहौल है
अशोक गहलोत और कांग्रेस आलाकमान को यह सोचने की जरूरत है कि कांग्रेस मात्र ढाई राज्यों में सिमट कर रह गई और आने वाले समय में राजस्थान से लेकर संपूर्ण भारत से कांग्रेस मुक्त हो जाएगी ।
मजबूत एवं ऐतिहासिक फैसलों के कारण अमित शाह का इतना विराट व्यक्तित्व कि देशवासी उन्हें आधुनिक भारत का लौह पुरुष की संज्ञा देते हैं, उन्होंने अनुच्छेद 370 का निस्तारण कर जम्मू कश्मीर को विकास की नई राह दिखाई और जवानों का मनोबल बढ़ाते हुए आतंकवाद का खात्मा किया और देश की सीमाओं की अभेद सुरक्षा व्यवस्था करने की पुख्ता कार्ययोजना को मजबूती से धरातल पर लागू किया ।
सतीश पूनिया ने कांग्रेस आलाकमान के द्वारा दिए गए सभी बयान - बाजी का विस्तृत रूप से जवाब दिया है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।