
राजस्थान के पूर्व डिप्टी CM सचिन पायलट ने गुरुवार शाम को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और राजस्थान में पार्टी के मामलों पर चर्चा की। राजस्थान में अगले साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। पायलट ने कांग्रेस से उनके विद्रोह के बाद बनी समिति से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। हालांकि सूत्रों का कहना है कि पायलट बैठक के परिणाम से खुश थे, लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि उन्हें क्या आश्वासन दिया गया और राज्य अध्यक्ष के रूप में उनकी वापसी - या एक पद जो उनके उपमुख्यमंत्री पद के साथ छीन लिया गया था, इन सभी मुद्दों पर चर्चा की गई या नहीं।
पायलट ने हालांकि कहा कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, वह लेने के लिए तैयार हैं, वह राजस्थान से बाहर जाने के इच्छुक नहीं थे और उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर पार्टी एकजुट होकर काम करती है, तो वह 2023 में सत्ता बरकरार रखेगी। पायलट ने कहा कि बैठक के दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को फीडबैक दिया।
गौरतलब है की पायलट ने पिछले साल नवंबर में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी और हाल ही में अप्रैल में उन्होंने राहुल और प्रियंका गांधी से मुलाकात की हैं।
वही मुख्यमंत्री गहलोत ने दिल्ली में मुलाकात के तीन घंटे बाद ही सियासी संकट का जिक्र कर दिया। गहलोत ने सिविल सर्विसेज डे पर कल्चरल इवेंट में अफसरों के सामने पायलट खेमे की बगावत का जिक्र कर खूब तंज कसे।
गहलोत ने कहा- मेरे दिल में क्या है, वह मैं जुबां पर ला रहा हूं। जो सियासी संकट हुआ था, तब 34 दिन हम होटल में रहे थे, तब मैं सुबह होटल से आता, कुछ ऑफिशियल काम करता, शाम को पॉलिटिकल एक्टिविटी करते, क्राइसिस मैनेजमेंट करते। क्राइसिस बड़ा था वो, आप सबकी दुआओं से बच गए। आज यहां खड़े हैं वरना यहां कोई और खड़ा होता। मेरा ही लिखा था, यहां खड़ा होना।
कांग्रेस पार्टी के विधायक और Cm गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा का ट्वीट सोशल मीडिया पर सुर्खिया बटोर रहा है। यह ट्वीट पायलट की सोनिया गाँधी की मुलाकात के बाद किया गया।
लोढ़ा ने शायराना अंदाज में लिखा 'फ़ानूस बनकर जिसकी हिफाज़त हवा करें, वो श़मा क्या बुझे, जिसे रोशन खुदा करें, मुद्दतों बाद ऐसा कोई, इस जहान में आता है, वो "रूह" क्या डरे, जिसकी निग़ाहबानी वो करें'