राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 : कांग्रेस का चिंतन शिविर मई में,राजनीतिक चाणक्य प्रशांत किशोर ले सकते हैं भाग

पांच राज्यों में हार की वजह तलाशने और भविष्य की रणनीति को लेकर कांग्रेस पार्टी अगले माह मई में एक चिंतन शिविर का आयोजन करने जा रही है ।
तीन दिन तक चलने वाले इस शिविर में नेताओं व कार्यकर्ताओं से हार के कारण जानने की कोशिश की जाएगी।
तीन दिन तक चलने वाले इस शिविर में नेताओं व कार्यकर्ताओं से हार के कारण जानने की कोशिश की जाएगी।

राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और कई राजनीतिक पार्टीयां भी अब सक्रिय हो गयी हैं। विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टी में देख सकते हैं। दिल्ली में मंगलवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा के आवास पर बैठक हुई। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भी मौजूद रहे। बीजेपी राष्ट्रीय अध्य्क्ष JP नड्डा ने मीटिंग के दौरान पार्टी को एक टूक संदेश दिया,कहा कि "गुट की राजनीती बंद करें" इस मैसेज के बाद से तस्वीर साफ़ दिखती है। राजस्थान विधानसभा चुनाव में पार्टी एक होकर आगे बढे तो ही सार्थक है। वहीं कांग्रेस पार्टी का अब राजस्थान में चिंतन शिविर होने जा रहा है।

पांच राज्यों में हार की वजह तलाशने और भविष्य की रणनीति को लेकर कांग्रेस पार्टी अगले माह मई में एक चिंतन शिविर का आयोजन करने जा रही है । ये चिंतन शिविर कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान के उदयपुर में हो सकता है। मई मध्य में संभावित, पांच राज्यों की हार के बाद तीन दिन तक चलने वाले इस शिविर में नेताओं व कार्यकर्ताओं से हार के कारण जानने की कोशिश की जाएगी।

हालांकि इस शिविर पर अंतिम फैसला कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में लिया जाएगा।
हालांकि इस शिविर पर अंतिम फैसला कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में लिया जाएगा।

राजस्थान; चिंतन शिविर में आ सकते है प्रशांत किशोर

साथ ही कांग्रेस गुजरात, हिमाचल प्रदेश के साथ ही अगले वर्ष होने वाले कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति बनाएगी। वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के मुकाबले के लिए गठबंधन की नई सियासत शुरू करने पर भी चर्चा हो सकेगी। इस शिविर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता व महासचिव भाग लेंगे। हालांकि इस शिविर पर अंतिम फैसला कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में लिया जाएगा।

उम्मीद ये लगाई जा रही है कि कांग्रेस पार्टी के इस चिंतन शिविर में राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी मौजूद रह सकते हैं। हालांकि उनके कांग्रेस में शामिल होने को लेकर अब तक तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। पार्टी के कुछ नेता अन्य राजनीतिक दलों से उनके करीबी संबंध होने के चलते इसका विरोध कर रहे हैं।

वहीं पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, तारीख और जगह तय होने के बाद भी कम से कम 15 से 20 दिनों का समय चिंतन शिविर की तैयारियों के लिए लगेगा। उम्मीद है कि मई के मध्य में शिविर आयोजित होगा। इससे पहले महासचिवों की एक तैयारी बैठक भी बुलाई जाएगी।

तीन दिन तक चलने वाले इस शिविर में नेताओं व कार्यकर्ताओं से हार के कारण जानने की कोशिश की जाएगी।
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