डेस्क न्यूज़- दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले सोमवार रात ही भाजपा मुख्यालय में अमित शाह के पोस्टर लगाए गए। इनमें लिखा- 'विजय से हम अहंकारी नहीं होते और पराजय से हम निराश नहीं होते।' दिल्ली में 22 साल से सत्ता से दूर भाजपा इस बार भी पिछड़ती हुई दिख रही है। हालांकि, 2015 के मुकाबले उसे फायदा मिला है। भाजपा उम्मीदवार 18-20 सीटों पर बढ़त बनाए हैं। जबकि, रुझानों में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिला है। दिल्ली की 70 सीटों पर 8 फरवरी को हुए चुनाव की गिनती जारी है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि रुझानों से संकेत मिलता है कि आप-भाजपा के बीच अंतर है, लेकिन अभी भी समय है। हम आशान्वित हैं। परिणाम कुछ भी हो, राज्य प्रमुख होने के नाते मैं जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हूं। इससे पहले तिवारी ने कहा था- ''मैं बिल्कुल नर्वस नहीं हूं। मुझे विश्वास है कि आज का दिन भाजपा के लिए अच्छा होगा। अगर हम 55 सीटें जीतते हैं तो किसी को इस पर हैरानी नहीं होनी चाहिए। अपने-अपने परिश्रम से सब लोगों ने परीक्षा दी है। आज पंडित दील दयाल उपाध्याय जी का बलिदान दिवस है। संयोग से आज 11 फरवरी को चुनाव के नतीजे आ रहे हैं। मुझे अच्छा लग रहा है कि रिजल्ट भाजपा के पक्ष में अच्छा आने वाला है।''
उधर, डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने कहा- हम अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं, क्योंकि हमने पांच साल तक लोगों के लिए काम किया है।
भाजपा के खिलाफ आप की जीत महत्वपूर्ण: कांग्रेस
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा- सभी जानते थे कि आम आदमी पार्टी तीसरी बार सत्ता में वापसी करेगी। कांग्रेस की हार से अच्छा संदेश नहीं जाएगा। भाजपा और उसके सांप्रदायिक एजेंडे के खिलाफ 'आप' की जीत महत्वपूर्ण है।
दिग्विजय सिंह ने ईवीएम पर सवाल उठाए
कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दिल्ली चुनाव के शुरुआती रूझान को लेकर ईवीएम पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "ईवीएम टैंपर प्रूफ नहीं है और कोई भी विकसित देश इसका इस्तेमाल नहीं करता है। एक पल के लिए तो सोचें कि आखिर ये देश इसका इस्तेमाल क्यों नहीं कर रहे हैं?" उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग से ईवीएम मुद्दे पर ध्यान देने का अनुरोध किया।