10 जून का दिन दुनिया के लिए है काफी ख़ास,जाने क्या हुआ था आज के दिन

दक्षिण अफ्रीका में आज के ही दिन से एक क्रांतिकारी शुरूआत हुई थी। आइए जानते हैं 10 जून का इतिहास में क्या है महत्व-
10 जून का दिन दुनिया के लिए है काफी ख़ास,जाने क्या हुआ था आज के दिन
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न्यूज़- जून महीने की 10 तारीख इतिहास में अपनी एक खास पहचान रखती है। आज के ही दिन सलेम चुड़ैल नाम का डरावना परीक्षण हुआ था। साथ ही एक ऐसा अविष्कार, जिसकी वजह से आज हम लोग बरसात के मौसम में अपने घरों में सुरक्षित रहते हैं। वहीं दक्षिण अफ्रीका में आज के ही दिन से एक क्रांतिकारी शुरूआत हुई थी। आइए जानते हैं 10 जून का इतिहास में क्या है महत्व-

16वीं शताब्दी में जब टीबी, चेचक जैसी बीमारियों की दवा नहीं बनी थी, तो इसे भूत-प्रेत से जोड़कर देखा जाता था। 1692 में एक युवा लड़कियों के समूह का मानना था कि वो भूतों के वश में हैं। इसके बाद उन्होंने कई स्थानीय महिलाओं पर जादू-टोने का आरोप लगाया। एक विशेष कोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई। इसके बाद 10 जून 1692 को ब्रिजेड बी शॉक नामक पहली महिला को फांसी पर लटकाया गया। इसके बाद 18 और लोगों को फांसी दी गई। इस सुनवाई में 150 अन्य लोगों पर भी जादू-टोना करने का आरोप लगा था। जिसमें पुरुष और बच्चे भी शामिल थे। बाद में जनरल कोर्ट ने इस फैसले को रद्द कर दिया था, लेकिन परीक्षण के चर्चे आज भी लोग करते हैं। इस घटना को सलेम चुड़ैल परीक्षण नाम से जाना जाता है।

पुराने जमाने में आकाशीय बिजली से घरों को बहुत ज्यादा नुकसान होता था। जिसके बाद अमेरिकी पॉलीमैथ बेंजामिन फ्रैंकलिन ने इस गुत्थी को सुलझाने की कोशिश शुरू की। इसके बाद उन्होंने आज ही के दिन 1752 में अपना ऐतिहासिक पतंग प्रयोग किया था। इसी के साथ इस गुत्थी को सुलझा लिया था। उन्होंने इमारतों को आकाशीय बिजली से बचाने वाली तकनीकी की भी खोज की थी। इसके अलावा फ्रैंकलिन स्टोव, ओडोमीटर जैसे अविष्कार भी बेंजामिन फ्रैंकलिन के नाम हैं। वो एक नेता, लेखक, वैज्ञानिक और राजनायिक भी थे।

आज के दिन 1935 को दो दोस्त बिल बिलस्न और रॉबर्ट स्मिथ ने मिलकर Alcoholics Anonymous (AA) बनाया था। साथ ही दोनों ने शराब की लत छुड़वाने के लिए एक ग्रुप भी शुरू किया। AA एक सपोर्ट ग्रुप है, जहां लोग अपनी शराब से जुड़ी समस्याओं को बांटते हैं। साथ ही ग्रुप के सदस्य एक-दूसरे को शराब छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। मौजूदा वक्त में इसे एक अंतरराष्ट्रीय ग्रुप का दर्जा मिल चुका है।

दक्षिण अफ्रीका के नेता नेल्सन मंडेला ने नस्लवाद को पूरी तरह से खत्म कर दिया था। उस दौरान अफ्रीका में ऐसे हालात थे कि गोरे लोगों के शासन की वजह से अश्वेत लोग परेशान हो गए थे। नस्लवाद खत्म होने के बाद 1994 में बड़ी हिंसा होने वाली थी, जिसे नेल्सन मंडेला ने रोक दिया था। 10 जून 1980 में मंडेला को द्वीप जेल से बाहर लाया गया था।

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