Tokyo Olympic 2020 : भारतीय महिला हॉकी टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार ओलिंपिक गेम्स के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। भारत ने तीन बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को क्वार्टर फाइनल में 1-0 से हरा दिया। ऑस्ट्रेलियाई टीम के पुराने रिकॉर्ड और इस ओलिंपिक में पूल स्टेज में उसके प्रदर्शन को देखते हुए क्वार्टर फाइनल में भारत की जीत लगभग असंभव नजर आ रही थी।
लेकिन रानी रामपाल की कप्तानी वाली टीम ने बड़ा उलटफेर कर दिया। टीम को इस कठिन मुकाबले के लिए मानसिक रूप से तैयार करने में कोच जोरेड मारिज्ने की भी बहुत बड़ी भूमिका रही। उन्होंने चक दे इंडिया मूवी के किरदार कबीर खान की तरह मैच से एक दिन पहले टीम की खिलाड़ियों से लंबी बात कर उनका हौसला बढ़ाया था।
Tokyo Olympic 2020 : मारिज्ने ने खिलाड़ियों से कहा था कि यह मत सोचो कि ऑस्ट्रेलिया की टीम कितनी मजबूत है। ऑस्ट्रेलिया की मजबूती और कमजोरी पर ध्यान देने के बजाय यह सोचो कि तुम लोग क्या कर सकती हो। तुम लोगों ने आयरलैंड को हराया। वह पिछले वर्ल्ड कप की फाइनलिस्ट है। फिर साउथ अफ्रीका को भी हराया। मोमेंटम हमारी टीम के साथ है। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया दबाव में होगा।
भारतीय कोच मारिज्ने देश में महिला हॉकी के ऊपर बनी सबसे कामयाब फिल्म चक दे इंडिया देख रखी है। उन्होंने दो दिन पहले कहा था-जब से मैं इस टीम के साथ जुड़ा हूं अपने अनुभवों को लगातार लिखता जा रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मेरा भी चक दे मोमेंट आएगा और हमारी टीम ऐतिहासिक सफलता हासिल करेगी। ऐसा एक मोमेंट तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत के साथ आ गया है।
ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम इस ओलिंपिक में सबसे मजबूत डिफेंस वाली टीम रही है। ऑस्ट्रेलिया ने पूल स्टेज के पांच मैचों में सिर्फ एक गोल खाया। वहीं, उसकी ओर से 13 गोल हुए। दूसरी ओर भारतीय टीम पूल स्टेज में 14 गोल खा चुकी थी और गोल किए थे सिर्फ सात। भारतीय टीम सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से 4 अगस्त को भिड़ेगी। अर्जेंटीना ने एक अन्य क्वार्टर फाइनल मैच में जर्मनी को 3-0 से हराया।