डेस्क न्यूज़- दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए वोटिंग जारी है। कुल 70 सीटों के लिए 672 प्रत्याशी मैदान में हैं। दिल्ली में करीब 1.47 करोड़ मतदाता, इनमें करीब 66 लाख महिलाएं हैं। पिछला विधानसभा चुनाव 2015 में हुआ था। आम आदमी पार्टी (आप) ने 70 में से 67 सीटें जीती थीं। भाजपा ने तीन सीटें जीती थीं। 15 साल दिल्ली की सत्ता पर काबिज रहने वाली कांग्रेस का खाता तक नहीं खुल सका था। इस बार भी मुख्य मुकाबला भाजपा और आप के बीच ही नजर आ रहा है। हालांकि, कांग्रेस का दावा है कि दिल्ली के नतीजे हैरान करने वाले होंगे। सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का केंद्र बने शाहीन बाग (ओखला विधानसभा क्षेत्र) में पांच पोलिंग बूथ हैं।
मुख्य मुद्दे और वादे
आम आदमी पार्टी : मुफ्त बिजली-पानी। बेहतर अस्पताल और स्कूल। अगली सरकार में किए जाने वाले कामों का गारंटी कार्ड।
भाजपा : जहां झुग्गी, वहीं मकान। 5 साल में 10 लाख नौकरियों का वादा। हर घर में साफ पानी देंगे।
कांग्रेस : शीला दीक्षित वाली दिल्ली देंगे। वो तीन बार सीएम रहीं। बुजुर्गों को शीला पेंशन देने का चुनावी वादा।
अनाधिकृत कॉलोनियों में 30 लाख से ज्यादा वोटर
दिल्ली की करीब 1800 अनाधिकृत कालोनियों में 30 लाख से ज्यादा वोटर का आकलन राजनीतिक दलों का है। ये कॉलोनियां करीब 40 विधानसभा सीटों में हैं। दलों का ये भी दावा है कि 30 से ज्यादा विधासभा सीटें ऐसी हैं, जहां इन्हीं कॉलोनियों के मतदाता हार-जीत तय करते हैं। यही वजह है कि अनाधिकृत कॉलोनियों के बारे में आप और भाजपा ने अहम घोषणाएं की हैं।