डेस्क न्यूज़- नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सर्वदलीय बैठक के मुद्दे पर बात की है, उमर ने कहा कि बैठक में गुप्कर समूह के एजेंडे के बाहर कुछ भी चर्चा नहीं हुई, उन्होंने यह भी कहा कि वह अनुच्छेद 370 की बहाली के अपने मिशन से पीछे नहीं हटेंगे, इसके साथ ही पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी अनुच्छेद 370 की बहाली तक चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर ने कहा, हमें वहां गठबंधन के तौर पर नहीं बुलाया गया था, अगर बुलाया होता तो गठबंधन की तरफ से सिर्फ एक को ही बुलाया जाता, वहां पार्टी की गई, बैठक में गुप्कर एलायंस के सदस्य शामिल हुए, बैठक में हमने ऐसी कोई बात नहीं की जो गठबंधन के एजेंडे से बाहर हो।
नेता ने कहा, प्रधानमंत्री को किसी ने नहीं बताया कि हम 5 अगस्त को स्वीकार करते हैं, हमने कहा कि हम इससे नाराज हैं, महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला ने पीएम से साफ कहा कि बीजेपी को 370 हटाने का एजेंडा बनाने में 70 साल लग गए, भले ही हमें 70 महीने लग जाएं, लेकिन हम अपने मिशन से पीछे नहीं हटेंगे।
उमर ने कहा, हम सभी की ओर से गुलाम नबी आजाद ने वहां बात की और कहा कि हमें इस टाइमलाइन पर विश्वास नहीं है, कोई परिसीमन, चुनाव और राज्य का दर्जा नहीं, पहले परिसीमन, फिर राज्य का दर्जा, फिर चुनाव, चुनाव कराना है तो पहले राज्य का दर्जा वापस करो, उसके बाद हम चुनाव के बारे में बात करेंगे।
इससे पहले पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि जब तक जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल नहीं हो जाता, वह खुद चुनाव नहीं लड़ेंगी, केंद्रीय नेतृत्व को यह सुनिश्चित करने पर ध्यान देना चाहिए कि कश्मीर के लोगों के साथ 'दिल की दुरी' खत्म हो, महबूबा ने कहा कि 'दमन और दमन के युग' का अंत होना चाहिए।
पीडीपी प्रमुख ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के लिए 5 अगस्त, 2019 को पारित आदेशों को हटाने पर जोर देते हुए कहा, मैंने कई बार स्पष्ट किया है कि मैं केंद्र शासित प्रदेश के तहत कोई चुनाव नहीं लड़ूंगा, लेकिन साथ ही मेरी पार्टी इस बात से भी वाकिफ है कि हम किसी को राजनीतिक जगह नहीं लेने देंगे, हमने पिछले साल जिला विकास परिषद का चुनाव लड़ा था, इसी तरह अगर विधानसभा चुनाव की घोषणा होती है तो पार्टी बैठकर चर्चा करेगी।