रूस ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर दक्षिण के अपने पड़ोसी देश यूक्रेन पर बड़े स्तर पर हमला करना शुरू कर दिया है। रूस के हमले से यूक्रेन में भारी तबाही मची हुई है और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की बेबस नजर आ रहे हैं। युद्ध के पहले दिन गुरुवार को यूक्रेन की सेना तीन मोर्चों पर रूसी आक्रमणकारियों से लड़ती रही। ये लड़ाई इसलिए इतनी घातक है क्योंकि दूसरे विश्व युद्ध के बाद कोई इतना बड़ा हमला हो रहा है। रूस ने यूक्रेन पर जमीन, समुद्र और हवा से हमला किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस यूक्रेन के सारे बुनियादी ढांचों को निशाना बना रहा है। रूसी सेना जहां से भी संभव हो रहा है, वहीं से यूक्रेन में प्रवेश कर रही है।
बता दें कि, लड़ाई के पहले दिन यूक्रेन के 137 लोग मारे गए। साथ ही, सैकड़ों लोगों के घायल होने की भी आशंका जताई जा रही है। एएफपी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के हवाले से यह जानकारी दी है। राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा है कि 'रूस से लड़ने के लिए यूक्रेन को अकेला छोड़ दिया गया है।' वहीं, गुरुवार को यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्री विक्टर ल्याशको ने रूस के हमले में 57 यूक्रेनी नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की और 169 घायलों की जानकारी दी।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन पर हमलावर होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि, रूस के राष्ट्रपति ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध को चुना। उन्होंने रूस के खिलाफ सख्त आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा भी की, लेकिन रूसी सेना के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए अमेरिकी सेना को यूक्रेन भेजने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया रूस के खिलाफ एकजुट है।