न्यूज – सरकार द्वारा दी जा रही इस आर्थिक मदद के लिए पीड़ित महिलाओं को कोई दस्तावेज नहीं दिखाना होगा, नए साल 2020 की शुरूआत में इस योजना को लॉन्च किया जाएगा, जल्द ही यूपी कैबिनेट की बैठक में इस योजना को मंज़ूरी दी जाएगी। इस योजना के तहत अन्य धर्मों की तलाकशुदा महिलाओं को भी फ़ायदा मिलेगा, तलाकशुदा हिंदू महिला को भी सालाना 6 हजार रुपये यूपी सरकार के तरफ से दिए जाएंगे।
यूपी के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि 'सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह वादा मुस्लिम महिलाओं से ट्रिपल तलाक़ क़ानून लाने के बाद किया था, आज उस वादे को यूपी सरकार पूरा कर रही है' अवनीश अवस्थी ने ये भी बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए पीड़ित महिलाओं को किसी भी प्रकार के दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने होंगे, FIR की कॉपी और कोर्ट में चल रहा मुकदमा ही इस योजना का लाभ पाने का आधार माना जाएगा।
बता दें केंद्र की मोदी सरकार मुस्लिम महिलाओं की आज़ादी और सुरक्षा के लिए ट्रिपल तलाक़ क़ानून बनाना चुकी है, इस क़ानून के बाद तीन तलाक़ अपराध की श्रेणी में आता है, यूपी की योगी सरकार इस योजना के ज़रिए अपनी छवि का मेकओवर भी करना चाह रही है, ऐसे में लोगों के मन ये भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या योगी आदित्यनाथ अपनी छवि को बदलने की कोशिश कर रहे हैं।