चंडीगढ़– लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली जबरदस्त हार के बाद पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धु पर भी गाज गिर सकती है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह अपने मंत्रिमंडल में सहयोगी नवजोत सिंह सिद्धू का विभाग बदलना चाहते हैं, क्योंकि सिद्धु विभाग को ढंग से नहीं संभाल पा रहे हैं। गौरतलब है कि कल आये लोकसभा चुनाव परिणामों में पंजाब से कांगेस को 13 में से 8 , बीजेपी को 2 अकाली दल को 2 आप को 1 सीट मिली है।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि चुनावके दौरान जिस प्रकार से सिद्धु ने धर्मग्रंथों को लेकर टिप्पणी की उनके बारे में कांग्रेस आलाकमान से बातकरनें की कोशिश करेंगे। चुनाव से एक दिन पहले सिद्धू ने 2015 में धार्मिक ग्रंथों कीबेअदबी की जांच पर सवाल उठाए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू के बयान से "बठिंडा में पार्टी के प्रदर्शन पर असर पड़ा होगा और चुनाव परिणामों के बादवह पार्टी आलाकमान से संपर्क करेंगे।" मुख्यमंत्री ने एक बयानमें कहा, "मैं सिद्धू का विभाग बदलना चाहता हूं क्योंकि वह अपनेविभाग को कुशलतापूर्वक नहीं संभाल पा रहे हैं।"
बता दें कि यह बयान लोकसभा चुनावो में कांग्रेस पाटीकी हार के बाद आया उन्होने यह भी कहा कि सिद्धूकी पाकिस्तान के सेना प्रमुख से 'यारी और झप्पी' को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और खासकर सेना इसे बर्दाश्त नहीं करेगी,जिसे आईएसआई समर्थक आतंकवादी निशाना बनाते हैं।"
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धु नगरीयविकास मंत्री है लेकिन कांग्रेस ने शहरी इलाकों में अच्छा प्रर्दशन नहीं किया। उन्होनेंलगातार विवादित बयान दिये। जिससे कांग्रेसको नुकसान हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा नवजोत सिंह सिद्धु इस बात को नहीं समझ पाए कि धार्मिकग्रंथों की बेअदबी के मुद्दे की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गयाथा।