भारत-पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच विदेशों में गुपचुप बैठक…

  पुलवामा हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी तरह की औपचारिक वार्ता बंद है। हालांकि, अब एक नई रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि दोनों देशों के शीर्ष खुफिया अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर में जारी गतिरोध को लेकर इसी साल जनवरी में गुप्त बैठक की थी।
भारत-पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच विदेशों में गुपचुप बैठक…
Updated on

भारत-पाकिस्तान :  पुलवामा हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी तरह की औपचारिक वार्ता बंद है।

हालांकि, अब एक नई रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि दोनों देशों के शीर्ष खुफिया अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर में जारी गतिरोध को लेकर इसी साल जनवरी में गुप्त बैठक की थी।

यह बैठक दुबई में हुई थी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने कुछ सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है।

फरवरी 2019 में कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से ही बातचीत बंद

भारत-पाकिस्तान : दोनों देशों के बीच फरवरी 2019 में कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से ही बातचीत बंद है।

इस हमले के बीछे पाकिस्तान के आतंकी संगठनों का हाथ था।

उसी साल अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर का विशेष दर्जा भी खत्म कर दिया था और जम्म-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाया था।

दोनों देशों ने पर्दे के पीछे कूटनीतिक वार्ताएं जारी रखी हैं

हालांकि, रॉयटर्स की रिपोर्ट में अब दावा किया गया है कि दोनों देशों ने पर्दे के पीछे कूटनीतिक वार्ताएं जारी रखी हैं।

इसके लिए भारत के रिसर्च ऐंड एनालिसिस विंग, खुफिया एजेंसी और पाकिस्तान की ISI के अधिकारियों ने दुबई में मीटिंग की।

हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के विदेश मंत्रालय और पाकिस्तान की सेना, दोनों में से किसी ने भी इस पर अभी तक टिप्पणी नहीं दी है।

फिर से बातचीत शुरू करने की कोशिश में भारत-पाकिस्तान

हालांकि, पाकिस्तान की टॉप डिफेंस एनालिस्ट आयशा सिद्दीका ने बताया कि उनका मानना है कि

भारत और पाकिस्तान के खुफिया अधिकारी पिछले कुछ महीनों से किसी तीसरे देश में बैठके कर रहे हैं।

उन्होंने कहा,

'मुझे लगता है कि दोनों देशों के उच्च पदस्थ अधिकारी थाइलैंड, दुबई, लंदन जैसे देशों में बैठक कर रहे हैं।'

दिल्ली के सूत्रों में से एक ने रॉयटर्स को बताया, 'यह शांति की प्रक्रिया नहीं है।

आप इसे फिर से बातचीत शुरू करने की कोशिश कह सकते हैं।

हमें यह भी नहीं पता कि यह क्या है।

इसलिए शायद कोई इस बारे में कुछ बोल नहीं रहा है।'

Like and Follow us on :

logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com