उत्तर प्रदेश के संभल से सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. बर्क पर भड़काऊ बयान देने और आतंकवादी संगठन तालिबान का समर्थन करने का आरोप है। बर्क ने सोमवार को तालिबान की तुलना स्वतंत्रता सेनानियों से की। कहा गया- जैसे भारत ने अंग्रेजों से आजादी की लड़ाई लड़ी थी। इसी तरह तालिबान अफगानिस्तान में अमेरिका से आजादी की लड़ाई लड़ रहा है। तालिबान ने अपने देश को आजाद करा लिया है।
बर्क का यह बयान सामने आने के बाद बीजेपी के पश्चिमी यूपी के
क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंघल की शिकायत पर सदर कोतवाली में
मामला दर्ज किया गया है. मंगलवार की देर रात राजेश सिंघल व
भाजपा जिलाध्यक्ष ओमवीर खड़गवंशी ने बर्क के खिलाफ शिकायत
देने सदर कोतवाली पहुंचे. हालांकि, एफआईआर के बाद एमपी बर्क
ने सफाई दी है। कहा, मैं तालिबान के साथ नहीं बल्कि अपने देश के साथ हूं।
मैं अपने देश की नीति के साथ हूं। मैंने तालिबान की कभी तारीफ नहीं की, तालिबान से मुझे क्या मतलब है।
सांसद बर्क ने कहा था कि अफगानिस्तान की आजादी वहां का निजी मामला है।
अफगानिस्तान में अमेरिका क्यों राज कर रहा है? उन्होंने कहा कि तालिबान वहां एक ताकत है।
उन्होंने अमेरिका और रूस को वहां बसने नहीं दिया।
अफगानिस्तान के लोग तालिबान के नेतृत्व में आजादी चाहते हैं।
भारत में भी पूरा देश अंग्रेजों से लड़ा। सवाल भारत का है, अगर कोई यहां कब्जा करने के लिए आता है, तो देश उससे लड़ने के लिए काफी मजबूत है।
शफीकुर्रहमान बर्क ने पहले कोरोना को बीमारी मानने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था- कोरोना कोई बीमारी नहीं है। अगर कोरोना एक बीमारी होती तो दुनिया में इसका इलाज होता। ये आसमानी आफत है जो सरकार की गलतियों की वजह से पैदा हुई है। अल्लाह के सामने रोकर-गिड़गिड़ाकर माफी मांगने से ही खत्म होगी।
संभल के एसपी डॉ. चक्रेश मिश्रा ने कहा कि सांसद डॉ. बर्क का बयान देशद्रोह की श्रेणी में आता है. तालिबान को भारत सरकार द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है। बर्क ने उसका समर्थन किया और अफगानिस्तान में उसकी जीत पर खुशी मनाई। तालिबान की तुलना स्वतंत्रता सेनानियों से करना देशद्रोह है। फेसबुक पर इसी तरह की पोस्ट डालने वाले संभल के दो युवकों फैजान चौधरी और मोहम्मद मुकीम के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.