Chaitra Navratri : चैत्र नवरात्रि शुरू हो गई है और अब बहुत से लोग जो नौ दिनों तक व्रत रखते हैं
वे व्रत वाले भोजन में रेग्युलर सफेद नमक की जगह सेंधा नमक का इस्तेमाल करते हैं।
सेंधा नमक हल्का गुलाबी रंग का होता है और इसे व्रत वाले नमक के नाम से भी जाना जाता है।
आयुर्वेद में दवाइयां बनाने में भी सेंधा नमक का काफी इस्तेमाल होता है
क्योंकि यह सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद माना जाता है।
Chaitra Navratri : ज्यादा नमक खाने की वजह से ब्लड प्रेशर के साथ ही कई और बीमारियां भी हो सकती हैं। लिहाजा सिर्फ व्रत के दौरान ही नहीं बल्कि आम दिनों में भी अगर आप अपने रेग्युलर सफेद नमक की जगह खाने में सेंधा नमक का इस्तेमाल करें तो आप कई बीमारियों से बच सकते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन सेंधा नमक में पोटैशियम, आयरन, कैल्शियम और जिंक समेत 84 से भी ज्यादा मिनरल्स पाए जाते हैं।
सेंधा नमक में पोटैशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है और इसी कारण यह ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद करता है। रिसर्च का सुझाव है कि सेंधा नमक ब्लड प्रेशर के बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है।
गले में खराश होने पर गुनगुने पानी में सफेद की जगह सेंधा नमक डालकर गरारे करने से खराश की समस्या दूर हो जाती है। टॉन्सिल की समस्या दूर करने में भी मदद करता है सेंधा नमक।
अगर आप भी किसी तरह के तनाव या स्ट्रेस का सामना कर रहे हैं तो सूप में चुटकी भर कर सेंधा नमक डालकर पी लें या फिर गुनगुने पानी में सेंधा नमक मिलाकर नहा लें। इन दोनों ही तरीकों से शरीर और दिमाग को आराम मिलता है जिससे स्ट्रेस कम हो जाता है।
सेंधा नमक में सोडियम क्लोराइड और पोटैशियम का शुद्ध रूप पाया जाता है। शरीर में इलेक्ट्राइलाइट पोटैशियम और नमक के असंतुलन की वजह से भी मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या होने लगती है। सेंधा नमक इस असंतुलन को ठीक कर मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या दूर कर सकता है।
अगर आप नींद न आने की समस्या से परेशान हैं तो खाने में सेंधा नमक को शामिल करें। अनिद्रा की दिक्कत दूर हो जाएगी।अस्थमा, डायबिटीज और आर्थराइटिस के मरीजों के लिए भी सेंधा नमक फायदेमंद है। सिरदर्द और माइग्रेन से अक्सर परेशान रहते हैं तो इन दिक्कतों को दूर करने में भी मदद कर सकता है सेंधा नमक।