न्यूज- कश्मीरी पंडितों के दर्द को बयां करती फिल्म 'शिकारा: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ कश्मीरी पंडित' बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई है। फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद कई लोगों ने इसका विरोध भी किया। इनका कहना था कि कश्मीरी पंडितों ने जो कुछ झेला था, वो फिल्म में नहीं दिखाया गया है। ट्विटर पर बायकॉट शिकारा का हैशटैग तक ट्रेंड हुआ। अब इसपर फिल्म के डायरेक्टर विधु विनेद चोपड़ा ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने शिकारा का विरोध करने वालों को गधा तक कहा है।
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि आज चीजें बहुत मजाकिया हैं क्योंकि मैंने वो फिल्में भी बनाई हैं, जिन्होंने पहले दिन 30 करोड़ रुपये की कमाई की और जब मैंने अपनी मां की याद में वो फिल्म बनाई जिसने पहले दिन 30 लाख रुपये की कमाई की तो लोग बोल रहे हैं कि मैंने कश्मीरी पंडितों के दर्द का व्यवसायीकरण किया है। मुझे लगता है कि जो लोग ऐसा सोचते हैं वे गधे हैं और तभी मैं ये कहना चाहता हूं कि गधे ना बनें, पहले देखें। और तब अपनी राय दें।'
चोपड़ा ने शिकारा का विरोध करने वालों पर भड़कते हुए कहा, 'जिन लोगों ने मुझपर फिल्म में कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा का व्यवसायीकरण करने का आरोप लगाया है, वो गधे हैं। मैंने 3 इंडीयट्स प्रड्यूस की थी, जिसने रिलीज के पहले दिन 33 करोड़ रुपये की कमाई की। और हमें पता था कि शिकारा का पहले दिन का कलेक्शन 30 लाख रुपये ही रहने वाला है। बावजूद इसके हमने इस फिल्म को अपने 11 साल दिए।'
चोपड़ा ने ये बात मुंबई के केसी कॉलेज में शिकारा फिल्म के प्रमोशन के दौरान कही है। उनके साथ फिल्म की कास्ट आदिल और सादिया खान भी थे। बता दें ये फिल्म' 1989 के अंत और 1990 की शुरुआत में कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडित पलायन की पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म है। फिल्म 7 फरवरी को रिलीज हुई है।