सीबीएसई की परीक्षाओं में पहले होंगी छोटे विषयों की परीक्षा, जानिए नए पैटर्न में क्या बदल रहा है?

सीबीएसई ने इस साल सिलेबस कम करने के अलावा छोटे और बड़े विषयों के परीक्षा पैटर्न में भी बदलाव किया है। पहले छोटे विषयों की परीक्षा होगी। उसके बाद प्रमुख विषय।
सीबीएसई की परीक्षाओं में पहले होंगी छोटे विषयों की परीक्षा, जानिए नए पैटर्न में क्या बदल रहा है?
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सीबीएसई ने सोमवार को 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं की डेटशीट जारी कर दी। यह टर्म-1 की डेटशीट है। सीबीएसई ने इस बार कोरोना के चलते बोर्ड परीक्षाएं दो टर्म में कराने का फैसला किया है। पहले टर्म की परीक्षा 30 नवंबर से होगी। दूसरे सत्र की परीक्षाएं अगले साल मार्च-अप्रैल में होंगी।

लघु और प्रमुख विषयों की परीक्षा कैसे आयोजित की जाएगी?

सीबीएसई ने इस साल सिलेबस कम करने के अलावा छोटे और बड़े विषयों के परीक्षा पैटर्न में भी बदलाव किया है। पहले छोटे विषयों की परीक्षा होगी। उसके बाद प्रमुख विषय। 12वीं के लघु विषयों की परीक्षा 16 नवंबर से, जबकि 10वीं कक्षा की 17 नवंबर से होगी। लघु विषयों के लिए जिन स्कूलों में ये विषय पढ़ाए जा रहे हैं, उनका समूह बनाकर इन विषयों की डेटशीट सीधे भेजी जाएगी. स्कूलों को। 10वीं में कुल 75 और 12वीं में 114 विषय लिए जाएंगे।

पैटर्न में क्या बदला है?

सबसे बड़ा बदलाव परीक्षा पैटर्न में हुआ है। इस बार बोर्ड परीक्षा भी कॉलेज में सेमेस्टर सिस्टम की तरह दो टर्म में होगी। दोनों टर्म में करीब आधा सिलेबस बांटा जाएगा। पहले टर्म की परीक्षा 30 नवंबर से शुरू होगी। वहीं, दूसरे टर्म की परीक्षा मार्च-अप्रैल 2022 में आयोजित की जाएगी। दोनों टर्म के अंकों को मिलाकर फाइनल रिजल्ट तैयार किया जाएगा।

सिलेबस में क्या बदला है?

पैटर्न के आधार पर सिलेबस को भी दो भागों में बांटा गया है। सिलेबस भी दोनों टर्म में लगभग आधा-आधा बांटा गया है। जब सीबीएसई ने पैटर्न में बदलाव की घोषणा की थी, तब ही सिलेबस को युक्तिसंगत बनाया जाएगा, यानी सिलेबस को कम किया जाएगा।

ओएमआर शीट में पेन या पेंसिल का इस्तेमाल करना होगा?

टर्म-1 का पेपर एमसीक्यू आधारित होगा, जिसे ओएमआर शीट पर भरना होगा। छात्रों को ओएमआर शीट पर सर्कल भरने के लिए पेन का इस्तेमाल करना होगा।

कैसे होगी प्रैक्टिकल परीक्षा?

टर्म-1 की प्रायोगिक परीक्षा विद्यालय द्वारा ही आयोजित की जाएगी। अगर कोरोना की स्थिति में सुधार होता है तो सीबीएसई टर्म-2 की प्रैक्टिकल परीक्षा आयोजित करेगा।

क्या सभी प्रश्नों को करना आवश्यक होगा?

छात्रों को टर्म -1 में विकल्प मिल सकते हैं। यानी, यदि 50 प्रश्न हैं तो आपसे कोई भी 45 प्रश्न हल करने के लिए कहा जा सकता है। सीबीएसई ने भी इसी तरह सैंपल पेपर वेबसाइट पर अपलोड किए हैं।

कहां होंगे परीक्षा केंद्र?

सीबीएसई अभी इसकी तैयारी कर रहा है। माना जा रहा है कि कोरोना के चलते छात्रों को उनके स्कूलों में या नजदीकी केंद्र पर परीक्षा देने के लिए बुलाया जा सकता है। परीक्षा केंद्रों का फैसला सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा।

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